क्यों सिर्फ 4 रिक्टर स्केल का भूकंप दिल्ली में इतना तेज महसूस हुआ? जानें 9 रिक्टर स्केल के भूकंप में कैसा नजारा होगा

दिल्ली में सिर्फ 4 रिक्टर स्केल का भूकंप (Earthquake) आया था, जिसने धरती ही नहीं, दिल्ली वालों को भी हिलाकर रख दिया। सिर्फ 4 रिक्टर स्केल का भूकंप इतना तेज क्यों महसूस हुआ और सोचिए अगर रिक्टर स्केल पर 9 तीव्रता का भूकंप आएगा तो आपको कैसा नजारा देखने को मिलेगा।

Earthquake-9-Richter Scale

9 रिक्टर स्केल के भूकंप में कितनी ताकत होती है यहां जानें

दिल्ली-एनसीआर वासियों की नींद आज यानी सोमवार सुबह भूकंप के तेज झटकों के साथ खुली। सुबह 5.36 बजे आए भूकंप से धरती डोली और तेज आवाज भी सुनाई दी। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर सिर्फ 4 थी। इसके बावजूद दिल्ली के लोगों को भूकंप के तेज झटके महसूस हुए और तेज आवाज भी सुनाई दी। जबकि 4 रिक्टर स्केल के भूकंप महसूस तो होते हैं, लेकिन न तो इतनी आवाज होती है और न ही इतना ज्यादा कंपन धरती में होता है। फिर क्यों सिर्फ 4 रिक्टर स्केल के भूकंप से दिल्ली की नींद उड़ गई। चलिए जानते हैं -

भूकंप के झटके महसूस होते ही दिल्ली वाले घरों से बाहर की ओर भागे। कई वीडियो में धरती का कंपन साफ देखा जा सकता है। दिल्ली के लोगों ने हाल के समय में किसी भी भूकंप से धरती को इतना कांपते हुए कभी नहीं देखा था। कुछ लोगों का कहना था कि ऐसा लगा जैसे पास से ही बड़ा सा ट्रक गुजरा हो।

भूकंप आते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर इस बारे में जानकारी दी और लोगों से आफरशॉक के लिए तैयार रहने को भी कहा। हालांकि, इस भूकंप में किसी तरह के जान माल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन दिल्ली-एनसीआर के लोग इतने तेज झटकों से डरे हुए हैं। कई लोगों का तो यह भी कहना है कि उन्होंने आज तक दिल्ली में भूकंप के इतने तेज झटके कभी महसूस ही नहीं किए।

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4 रिक्टर स्केल के भूकंप को मध्यम तीव्रता का माना जाता है। आम तौर पर ज्यादातर लोगों को इतनी तीव्रता के भूकंप महसूस भी नहीं होते। लेकिन आज सुबह भूकंप के जो झटके महसूस हुए वह इससे कहीं ज्यादा तेज महसूस हुए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार सोमवार सुबह 5.36 बजे आए भूकंप की गहराई मात्र 5 किमी थी। यानी धरती की सतह से 5 किमी नीचे हुए हलचल के कारण यह भूकंप आया था। यह भूकंप कितनी कम गहराई में आया था हिंद महासागर सुमात्रा के पास मौजूद सुंडा ट्रैंच भी इससे गहरा है, जिसकी गहराई 7290 मीटर यानी सात किमी से ज्यादा है।

4 रिक्टर स्केल का भूकंप इतना तेज कैसे?

हर किसी के मन में एक ही प्रश्न है कि सिर्फ 4 रिक्टर स्केल के भूकंप के झटके इतने तेज क्यों और कैसे महसूस हुए। इस स्तर का भूकंप काफी हल्का महसूस होता है, लेकिन इसमें नुकसान नहीं होता है। लेकिन आज का भूकंप काफी तेज महसूस हुआ। आज के भूकंप के तेज झटके महसूस होने और तेज आवाज का कारण इसका काफी उथला होना था। यानी गहराई कम होना था। इसी स्तर का भूकंप यदि 200 किमी नीचे आया होता तो आवाज नहीं आती और झटके भी तेज महसूस नहीं होते। जमीन से सिर्फ 5 किमी नीचे टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचल के कारण काफी ऊर्जा निकली जिसके कारण लोगों को तेज आवाज सुनाई दी और झटके भी तेज महसूस हुए।

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तेज झटके महसूस होने का एक कारण यह भी था कि इसका एपिसेंटर दिल्ली में था। यह हिमालय के किसी पहाड़ या दूर नहीं था। गंगा-यमुना के मैदानी इलाके में भूकंप की तरंगे तेजी से आगे बढ़ी, जिससे झटके तेज महसूस हुए। वैसे बता दें कि दिल्ली सिस्मिक जोन IV में आता है, जहां पर भूकंप के झटके नई बात नहीं हैं। इस जोन में 5-6 तीव्रता के भूकंप आते रहते हैं, लेकिन 6-7 तीव्रता के भूकंप कभी-कभी ही आते हैं। 7-8 तीव्रता के भूकंप इस क्षेत्र में नगण्य ही आते हैं।

कितने रिक्टर स्केल का भूकंप नुकसान करता है

2.5 रिक्टर स्केल तक के भूकंप महसूस भी नहीं होते। 2.5 से 5.4 रिक्टर स्केल तक के भूकंप मध्यम श्रेणी के होते हैं और आमतौर पर इनसे नुकसान भी नहीं होता। हालांकि, 5.5 से 6 तीव्रता के भूकंप में बिल्डिंगों को हल्का नुकसान हो सकता है और यह काफी तेज महसूस भी होता है। दिल्ली में आज आए 4 रिक्टर स्केल के भूकंप में 6 टन के TNT बम के बराबर ताकत होती है, लेकिन 10 लॉगरिदमिक स्केल के कारण इसकी ताकत हर बढ़ते सेकेंड के साथ बढ़ती रहती है।

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5 रिक्टर स्केल के भूकंप में 200 टन के TNT बम जीतनी ताकत होती है, जबकि 6 रिक्टर स्केल के बूकंप में 6270 टन के TNT बम के बराबर ताकत होती है। इसी तरह से 7 रिक्टर स्केल के भूकंप की तारत 1 लाख, 99 हजार टन के TNT बम के बराबर और 8 रिक्टर स्केल के भूकंप में 62 लाख, 70 हजार टन TNT बम बम के बराबर ताकत होती है। 9 रिक्टर स्केल का भूकंप कयामत से कम नहीं होता इस रिक्टर स्केल के भूकंप के दौरान अगर आप एक मैदान में खड़े हों (अगर खड़े रह पाए तो, अन्यथा गिर जाएंगे) तो आपको धरती उसी तरह से लहराती हुई नजर आ सकती है, जैसे हवा में रिब्बन। 9 रिक्टर स्केल के भूकंप में 9 करोड़, 90 लाख टन TNT बम के बराबर ताकत होती है। इस स्केल के भूकंप में सब कुछ तबाह हो जाएगा। यह 25 हजार न्यूक्लियर बम के बराबर होता है।

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Digpal Singh author

खबरों की दुनिया में लगभग 19 साल हो गए। साल 2005-2006 में माखनलाल चतुर्वेदी युनिवर्सिटी से PG डिप्लोमा करने के बाद मीडिया जगत में दस्तक दी। कई अखबार...और देखें

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