MTNL Share: गजब का उछला MTNL शेयर, एक ही दिन में 16 फीसदी का कराया मुनाफा, जानें 2135 करोड़ रु पर क्या है अपडेट

MTNL Share Price: सरकार द्वारा संसद में जानकारी दिए जाने के बाद MTNL के शेयरों में 16% की भारी उछाल देखी गई। कंपनी ने संपत्तियों के मोनेटाइजेशन से ₹2,135 करोड़ जुटाए, जिससे स्टॉक में जबरदस्त तेजी आई। 13 मार्च को भारी बढ़त के बावजूद, MTNL के शेयर अब भी अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर ₹101.93 (जुलाई 2024) से काफी नीचे हैं। वहीं, इसका 52-सप्ताह का निचला स्तर ₹31.20 प्रति शेयर के करीब है।

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MTNL के शेयरों में 16 की जबरदस्त उछाल, संपत्तियों के मोनेटाइजेशन से मिली ₹2,135 करोड़ की कमाई

MTNL got huge benefit from monetization of assets: महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) के शेयरों में 13 मार्च को जबरदस्त उछाल देखने को मिला। कंपनी के शेयर 16% तक बढ़ गए, जब सरकार ने संसद में बताया कि MTNL ने जनवरी 2025 तक भूमि और भवन संपत्तियों के मोनेटाइजेशन से ₹2,134.61 करोड़ की कमाई की है। संचार राज्य मंत्री पेम्मासानी चंद्र शेखर ने 12 मार्च को लोकसभा में जानकारी दी कि सरकारी टेलीकॉम कंपनियों BSNL और MTNL ने 2019 से अब तक संपत्तियों के मोनेटाइजेशन से कुल ₹12,984.86 करोड़ की कमाई की है। BSNL ने भूमि और भवनों के मोनेटाइजेशन से ₹2,387.82 करोड़ अर्जित किए हैं।

अनावश्यक संपत्तियों का मोनेटाइजेशन जारी रहेगा

मंत्री ने बताया कि BSNL और MTNL केवल उन्हीं भूमि और भवन संपत्तियों का मोनेटाइजेशन कर रहे हैं, जो भविष्य में उनके लिए आवश्यक नहीं हैं और जिनकी स्वामित्व हस्तांतरण की अनुमति है। टेलीकॉम सेक्टर में सरकार की स्वीकृत नीति के तहत इन संपत्तियों का मोनेटाइजेशन किया जा रहा है और सार्वजनिक क्षेत्र की इन कंपनियों पर नजर रखी जा रही है।

52-वीक हाई से अब भी दूर है MTNL का शेयर

हालांकि, 13 मार्च को भारी बढ़त के बावजूद, MTNL के शेयर अब भी अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर ₹101.93 (जुलाई 2024) से काफी नीचे हैं। वहीं, इसका 52-सप्ताह का निचला स्तर ₹31.20 प्रति शेयर के करीब है। बीते छह महीनों में इस सरकारी टेलीकॉम कंपनी के शेयरों में 16% की गिरावट दर्ज की गई है। MTNL भारी कर्ज के बोझ से दबा हुआ है और 2024 में कई सरकारी बैंकों ने इसे नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (NPA) घोषित कर दिया है।

सरकारी टेलीकॉम राजस्व में गिरावट की संभावना

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2025 के बजट भाषण में सरकारी स्कूलों और स्वास्थ्य केंद्रों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी देने की एक नई योजना की घोषणा की थी। हालांकि, सरकार की इस क्षेत्र में निरंतर कोशिशों के बावजूद, बजट दस्तावेजों के अनुसार, टेलीकॉम क्षेत्र से सरकारी राजस्व वित्त वर्ष 2025-26 में 33% घटकर ₹82,442.84 करोड़ रहने का अनुमान है, जबकि चालू वित्त वर्ष में यह ₹1,23,357.20 करोड़ था। यह गिरावट तब हो रही है जब सितंबर 2025 में स्थगन अवधि (moratorium) समाप्त होने के बाद टेलीकॉम ऑपरेटरों से स्पेक्ट्रम भुगतान और एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) बकाया की वसूली शुरू होगी।

डिस्क्लेमर : यहां शेयर बाजार में निवेश की सलाह नहीं दी गई है। इक्विटी मार्केट में जोखिम होता है, इसलिए निवेश अपने जोखिम पर करें। निवेश करने से पहले एक्सपर्ट की राय जरूर लें।

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आशीष कुशवाहा author

आशीष कुमार कुशवाहा Timesnowhindi.com में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। वह 2023 से Timesnowhindi.com के साथ जुड़े हैं। वह यहां शेयर बाजार, ...और देखें

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