चैत्र नवरात्री 2025
नवरात्रि नौ रातों के समूह को कहते हैं जिसमें देवी मां का व्रत-पूजन किया जाता है। ये पर्व आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने के साथ-साथ तन-मन के शुद्धिकरण का भी होता है। शक्ति के विभिन्न रूप जीवन के विभिन्न पहलुओं और ऊर्जा के अलग-अलग रूपों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनकी आराधना से मनुष्य को सुख, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है। नवरात्रि का पर्व न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है। ये आत्म शुद्धि, भक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का कारक भी माना जाता है, जिसे पूरे भारतवर्ष में धूम-धाम से मनाया जाता है।और पढ़ें
🌸
🌼
🌺
🌼
🌸
🌸
🌼
🌺
🌼
🌸
🌸
🌼
🌺
🌼
🌸
🌸
🌼
🌺
🌼
🌸
🌸
🌼
🌺
🌼
🌸
🌸
🌼
🌺
🌼
🌸
प्रतिपदा
मार्च2025
30
माता शैलपुत्री


द्वितीया
मार्च2025
31
माता ब्रह्मचारिणी


तृतीया
अप्रैल2025
01
मां चंद्रघण्टा


चतुर्थी
अप्रैल2025
02
माता कुष्मांडा


पंचमी
अप्रैल2025
03
स्कंदमाता


षष्ठी
अप्रैल2025
04
कात्यायनी


सप्तमी
अप्रैल2025
05
कालरात्रि


अष्टमी
अप्रैल2025
06
महागौरी


नवमी
अप्रैल2025
07
सिद्धिदात्री


साल 2025 में चैत्र नवरात्रि 30 मार्च, रविवार को शुरू हुई थी. इस दिन कलश स्थापना का पहला मुहूर्त सुबह 6:13 बजे से 10:22 बजे तक था. वहीं, घटस्थापना का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:01 बजे से 12:50 बजे तक था.
FAQs
माता शैलपुत्री की पूजा क्यों की जाती है?
माता शैलपुत्री नवदुर्गा में प्रथम देवी हैं और हिमालय की पुत्री होने के कारण उन्हें यह नाम मिला। इनकी पूजा से मन और आत्मा की शुद्धि होती है।
माता ब्रह्मचारिणी की पूजा का महत्व क्या है?
ये तपस्या और ज्ञान की देवी हैं, इनकी पूजा से आत्मसंयम और धैर्य की प्राप्ति होती है।
माता ब्रह्मचारिणी को कौन सा भोग प्रिय है?
इन्हें गुड़ और शक्कर से बनी चीजें अर्पित की जाती हैं।
माता ब्रह्मचारिणी का मंत्र क्या है?
"ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः"
Navratri में कौन-कौन से रंग पहने जाते हैं?
Navratri के हर दिन एक विशेष रंग का महत्व होता है। नवरात्रि के 9 रंग होंगे – पीला, हरा, ग्रे, नारंगी, सफेद, लाल, नीला, गुलाबी और बैंगनी।
Navratri में उपवास कैसे किया जाता है?
Navratri उपवास में साबूदाना, सिंघाड़े का आटा, कुट्टू का आटा, फल और दूध का सेवन किया जाता है। इस दौरान लहसुन-प्याज और अनाज नहीं खाया जाता।
Navratri में कौन-कौन से देवी की पूजा होती है?
Navratri में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है:
शैलपुत्री
ब्रह्मचारिणी
चंद्रघंटा
कूष्मांडा
स्कंदमाता
कात्यायनी
कालरात्रि
महागौरी
सिद्धिदात्री
Subscribe to our daily Newsletter!
आध्यात्मिक समाचार





Aaj ka Panchang 29 April: किस मुहूर्त में करें हनुमान जी की पूजा, जानें दिन में कब कब रहेंगे शुभ योग

अक्षय तृतीया पर सोना-चांदी की जगह खरीदें ये 5 चीजें, खूब बरसेगी मां लक्ष्मी कृपा, घर में बढ़ेगा धन-धान्य

मई 2025 में हिंदू पंचांग के अनुसार व्रत-त्योहार की लिस्ट, ये रही एकादशी, प्रदोष, पूर्णिमा आदि तिथियों की जानकारी

Parshuram Jayanti Shlok In Sanskrit: परशुराम जयंती पर अपनों को भेजें ये संस्कृत श्लोक और कोट्स

Adi Shankaracharya Jayanti 2025: आदि शंकराचार्य जयंती 2025 में कब है, यहां जानें सही डेट और तिथि
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited