विदेशी नागरिकों के भरोसे साउथ कोरिया! घटती जनसंख्या के कारण सरकार चिंतित

साउथ कोरिया में लोग वित्तीय दबावों और पर्याप्त सहायता प्रणालियों की कमी के कारण बच्चे पैदा करने में देरी करते हैं या ऐसा नहीं करने का फैसला करते हैं, जिससे जनसंख्या में गिरावट और भी गंभीर हो गई है।

south korea

साउथ कोरिया में गिरती जनसंख्या से सरकार चिंतित (प्रतीकात्मक फोटो- Pixabay)

दक्षिण कोरिया को अपनी बेहद कम जन्म दर और तेजी से बढ़ती उम्र से जुड़ी समस्याओं से निपटने के लिए अधिक विदेशियों को स्वीकार करने और अन्य व्यापक कदम उठाने की जरुरत है। राष्ट्रपति समिति के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह बात कही।

ये भी पढ़ें- South Korea:साउथ कोरिया में लोग नहीं खा पायेंगे कुत्ते का मीट, सरकार ने बिल पास कर इसे किया Ban

साउथ कोरिया में घट रही है जनसंख्या

सोल में आयोजित एक फोरम के दौरान, वृद्ध समाज और जनसंख्या नीति पर राष्ट्रपति समिति के उपाध्यक्ष जू ह्युंग-ह्वान ने कहा, "केवल जन्म दर को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, हमें अब अधिक व्यापक दृष्टिकोण अपनाने, ज्यादा विदेशियों को आकर्षित करने जैसे समाधानों की जरुरत है।"

युवा शादी से भाग रहे दूर

दक्षिण कोरिया गंभीर जनसांख्यिकीय परिवर्तन से गुजर रहा है। कई युवा शादी या बच्चे पैदा करने को स्थगित करने या छोड़ने का विकल्प चुनते हैं। जू ने कहा, "हमें ऐसे अच्छे माहौल का निर्माण करना चाहिए जो विदेशी प्रतिभाओं को आकर्षित करें, खास तौर पर उन्नत उद्योगों और युवा कार्यबल में। इसके अलावा सामाजिक एकीकरण के लिए नए उपाय करने चाहिए।"

बढ़ रही विदेशियों की जनसंख्या

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण कोरिया में रहने वाले विदेशियों की संख्या 2024 में लगभग 2.65 मिलियन हो गई, जो कुल जनसंख्या का लगभग 5 प्रतिशत है। दक्षिण कोरिया की घटती जन्म दर कई कारकों से प्रेरित है, जिसमें आवास की बढ़ती लागत, लैंगिक असमानता और बच्चों की परवरिश की उच्च लागत शामिल है।

सरकार कई नीतियों को कर रही है लागू

कई जोड़े वित्तीय दबावों और पर्याप्त सहायता प्रणालियों की कमी के कारण बच्चे पैदा करने में देरी करते हैं या ऐसा नहीं करने का फैसला करते हैं, जिससे जनसंख्या में गिरावट और भी गंभीर हो गई है। इस संकट के जवाब में, दक्षिण कोरियाई सरकार ने बच्चों के पालन-पोषण के वित्तीय बोझ को कम करने के लिए कई तरह की नीतियों को लागू किया है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। दुनिया (World News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।

शिशुपाल कुमार author

पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में एक अपनी समझ विकसित की है। जिसमें कई सीनियर सं...और देखें

End of Article

© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited