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रूसी सैनिक को मारा तो 12 पॉइंट्स, जिंदा पकड़ा तो इतने...आखिर युद्ध में लगे सैनिकों को कैसे इनाम दे रहा यूक्रेन?

रूस-यूक्रेन युद्ध तीन साल से ज्यादा समय से चल रहा है। युद्ध से जूझ रहे पूर्वी यूरोप के देश ने इस लड़ाई को 'गेमिफाई' करने का एक नया तरीका निकाला है, जिसमें लंबे समय से चल रहे युद्ध में किसी भी नए कारनामे के लिए सैनिकों को पॉइंट दिए जा रहे हैं।

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यूक्रेन युद्ध में लगे अपने सैनिकों को अलग तरीके से दे रहा इनाम (Photo-AP)

Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध तीन साल से ज्यादा समय से चल रहा है। इसलिए कीव और मॉस्को दोनों ही सैनिकों को लड़ते रहने के लिए नए-नए इनामों की घोषणा करते रहते हैं। ऐसा ही एक कदम है लड़ाई को 'गेमिफाई' करना, जिसमें लंबे समय से चल रहे युद्ध में किसी भी नए काम के लिए सैनिकों को पॉइंट्स दिए जाते हैं।

जिंदा और मुर्दा सैनिक पकड़ने के रेट

द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेनी सरकार ने 2024 में एक कॉम्पिटिशन रखा था जिसमें रूसी सैनिकों पर सफल हमलों के लिए रेजिमेंट को पॉइंट्स दिए जा रहे थे। गेम के नियमों के मुताबिक, एक घायल रूसी सैनिक के लिए 8 पॉइंट्स मिलेंगे, अगर यूक्रेनी सैनिक किसी दुश्मन रूसी सैनिक को मारते हैं, तो उन्हें 12 पॉइंट्स मिलेंगे और ड्रोन की मदद से किसी रूसी सैनिक को जिंदा पकड़ना जैकपॉट है, उसके लिए 120 पॉइंट्स मिलेंगे।

अकिलीज नाम की यूक्रेनी अनमैन्ड सिस्टम रेजिमेंट के ड्रोन कमांडर, 33 साल के स्टन ने द न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया, 'यह एक क्रूर गेम है, इंसानी जिंदगी पॉइंट्स में बदल जाती है।' 2024 में युद्ध के दौरान सैनिकों को मोटिवेट करने के लिए गेम का बीटा वर्जन लाया गया था।

समझें ये गेम

टीमें यूक्रेन में बने गियर पाने के लिए पॉइंट्स के लिए मुकाबला करती हैं, जिसमें बेसिक सर्विलांस ड्रोन और पावरफुल एक्सप्लोसिव ले जाने वाले बड़े ड्रोन शामिल हैं। यह Amazon-स्टाइल के हथियारों के स्टोर Brave1 Market से मिलता है। यह स्टोर इस साल अप्रैल में पहली बार ऑनलाइन हुआ था और अगस्त तक इसका ऑपरेशन बढ़ा दिया गया।

सैनिकों को 'एनर्जाइज' करने का गेम

नियमों के मुताबिक, एक यूनिट को जितने ज्यादा पॉइंट्स मिलते हैं, वह उतना ही अच्छा सामान खरीद सकती है, जिससे यह पक्का होता है कि रिसोर्स उन टीमों को मिलें जो उनका सबसे अच्छा इस्तेमाल करती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ड्रोन टीम अपने सफल हमलों के वीडियो यूक्रेन की राजधानी कीव में एक सेंट्रल ऑफिस में जमा करती है, जहां एक्सपर्ट्स उन्हें रिव्यू करते हैं ताकि यह तय किया जा सके कि टाइम स्टैम्प्स और वेरिफाइड डिस्ट्रक्शन के आधार पर किसे पॉइंट्स मिलेंगे। यह बात डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन मिनिस्टर मिखाइलो फेडोरोव ने कही, जिन्होंने इस प्रोग्राम को बनाने में मदद की।

इस कॉम्पिटिशन के पीछे के अधिकारियों ने तर्क दिया कि यह पहल साढ़े तीन साल की लड़ाई के बाद सैनिकों में एनर्जी बनाए रखे हुए है। डिजिटल मिनिस्टर फेडोरोव ने कहा, 'इससे हमें दुश्मन को रोकने में मदद मिलती है।' उन्होंने आगे कहा, 'अगर इससे हमारी मिलिट्री को और मोटिवेशन मिलता है, तो हमें इसे सपोर्ट करने में खुशी होगी।'

जब NYT ने पूछा कि क्या उन्हें लगता है कि यूक्रेन का ड्रोन गेम इंसानियत के खिलाफ हो सकता है, तो फेडोरोव ने कहा, '21वीं सदी में पूरी तरह से युद्ध शुरू करना इंसानियत के खिलाफ है।' इस बीच, रूस के पास भी इस गेम का अपना वर्जन है।

रूस कैसे कर रहा काम?

NYT ने बताया कि बैटलफील्ड कॉम्पिटिशन में, क्रेमलिन एक हेलीकॉप्टर को नष्ट करने के लिए $2,400 या एक लेपर्ड टैंक पर कब्जा करने के लिए $12,000 देता है। यूक्रेनी गेम में 400 से ज्यादा ड्रोन टीमें मैदान में काम कर रही हैं।

अमेरिकन न्यूज आउटलेट के मुताबिक, इस कॉन्टेस्ट में रूसी सैनिकों और उनके इक्विपमेंट दोनों पर हमला करने पर पॉइंट्स मिलते हैं। रूसी मल्टीपल-लॉन्च रॉकेट सिस्टम को खत्म करने पर 70 पॉइंट्स तक मिल सकते हैं। एक टैंक को खत्म करने पर 40 पॉइंट्स मिलते हैं। एक को नुकसान पहुंचाने पर 20 पॉइंट्स मिलते हैं।

स्टन के साथ काम करने वाले एक ड्रोन पायलट, रेड 45 कन्फर्म मौतों का दावा करते हैं और NYT को बताते हैं, 'आजकल, दुश्मन की गाड़ियों को देखना बहुत मुश्किल है।' 'और अगर कोई दिखता भी है, जैसे जंगल से निकलकर, तो असल में ड्रोन की एक लाइन उस पर हमला करने का इंतजार कर रही होती है।'

पॉइंट स्ट्रक्चर में बदलाव

दिलचस्प बात यह है कि यूक्रेन की सरकार ने रूस की बदलती टैक्टिक्स के हिसाब से पॉइंट वैल्यू में बदलाव किया है। उदाहरण के लिए, जैसे-जैसे अटैक ड्रोन की रेंज बढ़ती जा रही है और फ्रंट लाइन पर सैनिकों की तैनाती खाली होती जा रही है। रूसी सेना अक्सर एक बार में एक, दो या तीन पैदल सैनिकों को आगे भेजकर बढ़त बनाने की कोशिश करती है।

ये सैनिक अक्सर एंटी-थर्मल कोट पहनकर या हरियाली को कवर के तौर पर इस्तेमाल करके यूक्रेनी ड्रोन से बचने की कोशिश करते हैं। जो लोग उन्हें खत्म करने में कामयाब हो जाते हैं, वे एक बड़ी प्रायोरिटी बन गए हैं। जब यह कॉम्पिटिशन शुरू हुआ था, तो एक रूसी सैनिक की मौत पर सिर्फ दो पॉइंट मिलते थे। अक्टूबर 2024 में, यह बढ़कर छह हो गया, जो मई में दोगुना हो गया।

'पॉइंट्स के पीछे नहीं भागते'

इस बीच, अकिलीज रेजिमेंट को छठा स्थान मिला। ऐसा लगा कि गेम ने अपना मकसद पूरा कर लिया है। NYT के मुताबिक, कमांडर और सैनिक दोनों का कहना है कि वे पहले से ही रूसी इक्विपमेंट को नष्ट करने और रूसी सैनिकों को मारने के लिए मोटिवेटेड हैं। ड्रोन कमांडर स्टन ने अमेरिकी न्यूज आउटलेट को बताया, 'हम दुश्मन को नष्ट करने, असली मकसद पर, मिशन पर फोकस कर रहे हैं।' 'हम वहीं जाते हैं जहां हमारी जरूरत होती है — पॉइंट्स के पीछे नहीं भागते।'

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 Nitin Arora
Nitin Arora Author

नितिन अरोड़ा टाइम्स नाऊ नवभारत डिजिटल में न्यूज डेस्क पर सीनियर कॉपी एडिटर के पद पर कार्यरत हैं. पिछले आधे दशक से अधिक समय से कई मीडिया संस्थानों में ... और देखें

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