Nag Panchami kyu manate hai: नाग पंचमी क्यों मनाई जाती है, जानिए इसका महत्व
Nag Panchami 2024: नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा- अर्चना की जाती है। शास्त्रों में इस दिन को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। ऐसे में आइए जानते हैं नाग पंचमी क्यों मनाई जाती है।
Nag Panchami 2024
नाग पंचमी क्यों मनाई जाती है
नाग पंचमी मनाने के पीछे पौराणिक कहानी है। प्राचीन कथा के अनुसार अभिमन्यु के पुत्र राजा परीक्षित की मृत्यु सांप के डंसने के कारण हुई थी। पिता की मृत्यु का बदला लेने के लिए उनके बेटे जनमेजय सारे सर्पों को मारना शुरू कर दिय। दाह यज्ञ में संसार के सारे सांप जलने लगे। सांप लोग अपने बचाव के लिए आस्तिक मुनि के शरण में गए। मुनि ने राजा जनमेजय को बहुत ही समझा बुझा कर यज्ञ को रूकवा दिया। जिस दिन यज्ञ रुकवाया गया है। उस दिन सावन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि थी। उस दिन आस्तिक मुनि के कारण नागों के प्राणों की रक्षा हो पाई। उसके बाद से ही इस दिन से नाग पंचमी मनाने की शुरुआत हो गई। तब से हर साल सावन की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है।नाग देव मंत्र
अनन्तं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कम्बलम्।नाग पंचमी शुभ मुहूर्त 2024
हिंदू पंचांग के अनुसार हर नाग पंचमी का पर्व हर साल सावन महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस साल इस तिथि की शुरुआत 9 अगस्त को प्रात: 12 बजकर 36 मिनट पर होगा। वहीं इस तिथि का समापन 10 अगस्त को प्रात: 03 बजकर 14 मिनट पर होगा। ऐसे में 9 अगस्त 2024 को नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 05.47 से लेकर 8 बजकर 27 मिनट तक रहेगा।नाग पंचमी महत्व
बिहार के मधुबनी जिले से की रहने वाली हूं, लेकिन शिक्षा की शुरुआत उत्तर प्रदेश की गजियाबाद जिले से हुई। दिल्ली विश्वविद्यायलय से हिंदी ऑनर्स से ग्रेजुए...और देखें
Sarva Pitru Amavasya 2024 Date: सर्वपितृ अमावस्या कब है, जानिए इस दिन का श्राद्ध क्यों माना गया है महत्वपूर्ण
Aaj Ka Panchang 19 September 2024: आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन क्या होगा पूजा का शुभ मुहूर्त, यहां जानें पूरा पंचांग
Pitru Paksha Puja Vidhi In Hindi: घर पर कैसे करें श्राद्ध? यहां जानिए तर्पण विधि, मंत्र, सामग्री लिस्ट, मुहूर्त सबकुछ
Numerology 7: मूलांक 7 वालों पर होता है केतु का प्रभाव, जानिए इनकी खासियत
Pitru Paksha 2024 Kya Kare-Kya Na Kare: पितृ पक्ष में वर्जित कार्य, जानिए श्राद्ध पक्ष में क्या करें और क्या ना करें
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited