यहां देखें राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में होने वाली महाआरती का सीधा प्रसारण
11 जनवरी 2025 को अयोध्या राम मंदिर में रामलला की महाआरती की जाएगी। जिसमें यूपी के मुख्यमुत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे। जानिए आरती का समय और लिरिक्स।
यहां देखें राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में होने वाली महाआरती का सीधा प्रसारण
राम जन्मभूमि परिसर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को 1 वर्ष पूरा होने की खुशी में 11 जनवरी को प्रतिष्ठा द्वादशी मनाई जा रही है। जिसमें शामिल होने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंंचे हैं। प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह पूरे तीन दिन तक चलेगा। जिसमें 11 जनवरी का दिन सबसे महत्वपूर्ण है। जिस दिन विधि-विधान रामलला का अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद ठीक 12.20 बजे रामलला की महाआरती की जाएगी।
Ram Lalla Surya Tilak Photo
रामलला की आरती (Ram Lalla Aarti)
आरती कीजे श्रीरामलला की ।
पूण निपुण धनुवेद कला की ॥
धनुष वान कर सोहत नीके ।
शोभा कोटि मदन मद फीके ॥
सुभग सिंहासन आप बिराजैं ।
वाम भाग वैदेही राजैं ॥
कर जोरे रिपुहन हनुमाना ।
भरत लखन सेवत बिधि नाना ॥
शिव अज नारद गुन गन गावैं ।
निगम नेति कह पार न पावैं ॥
नाम प्रभाव सकल जग जानैं ।
शेष महेश गनेस बखानैं ॥
भगत कामतरु पूरणकामा ।
दया क्षमा करुना गुन धामा ॥
सुग्रीवहुँ को कपिपति कीन्हा ।
राज विभीषन को प्रभु दीन्हा ॥
खेल खेल महु सिंधु बधाये ।
लोक सकल अनुपम यश छाये ॥
दुर्गम गढ़ लंका पति मारे ।
सुर नर मुनि सबके भय टारे ॥
देवन थापि सुजस विस्तारे ।
कोटिक दीन मलीन उधारे ॥
कपि केवट खग निसचर केरे ।
करि करुना दुःख दोष निवेरे ॥
देत सदा दासन्ह को माना ।
जगतपूज भे कपि हनुमाना ॥
आरत दीन सदा सत्कारे ।
तिहुपुर होत राम जयकारे ॥
कौसल्यादि सकल महतारी ।
दशरथ आदि भगत प्रभु झारी ॥
सुर नर मुनि प्रभु गुन गन गाई ।
आरति करत बहुत सुख पाई ॥
धूप दीप चन्दन नैवेदा ।
मन दृढ़ करि नहि कवनव भेदा ॥
राम लला की आरती गावै ।
राम कृपा अभिमत फल पावै ॥
श्री रामलला फोटो
Shri Ram Lalla, a grand Shringar ceremony: राम मंदिर की पहली वर्षगांठ 2025
रामलला का श्रृंगार करते हुए
Ram Ji Mantra: राम जी मंत्र
ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम, लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम ! श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः !Ram Lalla Ka Maha Abhishek: रामलला का महाअभिषेक
प्राण प्रतिष्ठा प्रथम वर्षगांठ फोटो
Mahabhishek of Shri Ram Lalla: राम मंदिर की पहली वर्षगांठ 2025
Bhaye Pragat Kripala Lyrics (भए प्रगट कृपाला दीन दयाला लिरिक्स)
छंदभए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी ।
हरषित महतारी, मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी ॥
लोचन अभिरामा, तनु घनस्यामा,
निज आयुध भुजचारी ।
भूषन बनमाला, नयन बिसाला,
सोभासिंधु खरारी ॥
कह दुइ कर जोरी, अस्तुति तोरी,
केहि बिधि करूं अनंता ।
माया गुन ग्यानातीत अमाना,
वेद पुरान भनंता ॥
करुना सुख सागर, सब गुन आगर,
जेहि गावहिं श्रुति संता ।
सो मम हित लागी, जन अनुरागी,
भयउ प्रगट श्रीकंता ॥
ब्रह्मांड निकाया, निर्मित माया,
रोम रोम प्रति बेद कहै ।
मम उर सो बासी, यह उपहासी,
सुनत धीर मति थिर न रहै ॥
उपजा जब ग्याना, प्रभु मुसुकाना,
चरित बहुत बिधि कीन्ह चहै ।
कहि कथा सुहाई, मातु बुझाई,
जेहि प्रकार सुत प्रेम लहै ॥
माता पुनि बोली, सो मति डोली,
तजहु तात यह रूपा ।
कीजै सिसुलीला, अति प्रियसीला,
यह सुख परम अनूपा ॥
सुनि बचन सुजाना, रोदन ठाना,
होइ बालक सुरभूपा ।
यह चरित जे गावहिं, हरिपद पावहिं,
ते न परहिं भवकूपा ॥
दोहा
बिप्र धेनु सुर संत हित,
लीन्ह मनुज अवतार ।
निज इच्छा निर्मित तनु,
माया गुन गो पार ॥
Ram Mandir Udghatan Date 2024: राम मंदिर का उद्घाटन कब हुआ था
राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को हुआ था। इस दिन के बाद से राम मंदिर श्रृद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिया गया था।राम स्तुति- नमामि भक्त वत्सलं
नमामि भक्त वत्सलं । कृपालु शील कोमलं ॥ भजामि ते पदांबुजं । अकामिनां स्वधामदं ॥निकाम श्याम सुंदरं । भवाम्बुनाथ मंदरं ॥ प्रफुल्ल कंज लोचनं । मदादि दोष मोचनं ॥
प्रलंब बाहु विक्रमं । प्रभोऽप्रमेय वैभवं ॥ निषंग चाप सायकं । धरं त्रिलोक नायकं ॥
दिनेश वंश मंडनं । महेश चाप खंडनं ॥ मुनींद्र संत रंजनं । सुरारि वृन्द भंजनं ॥
मनोज वैरि वंदितं । अजादि देव सेवितं ॥ विशुद्ध बोध विग्रहं । समस्त दूषणापहं ॥
नमामि इंदिरा पतिं । सुखाकरं सतां गतिं ॥ भजे सशक्ति सानुजं । शची पति प्रियानुजं ॥
त्वदंघ्रि मूल ये नराः । भजंति हीन मत्सराः ॥ पतंति नो भवार्णवे । वितर्क वीचि संकुले ॥
विविक्त वासिनः सदा । भजंति मुक्तये मुदा ॥ निरस्य इंद्रियादिकं । प्रयांति ते गतिं स्वकं ॥
तमेकमद्भुतं प्रभुं । निरीहमीश्वरं विभुं ॥ जगद्गुरुं च शाश्वतं । तुरीयमेव केवलं ॥
भजामि भाव वल्लभं । कुयोगिनां सुदुर्लभं ॥ स्वभक्त कल्प पादपं । समं सुसेव्यमन्वहं ॥
अनूप रूप भूपतिं । नतोऽहमुर्विजा पतिं ॥ प्रसीद मे नमामि ते । पदाब्ज भक्ति देहि मे ॥
पठंति ये स्तवं इदं । नरादरेण ते पदं ॥ व्रजंति नात्र संशयं । त्वदीय भक्ति संयुताः ॥
राम आएंगे तो, अंगना सजाऊंगी (Ram Aayenge to Angana Sajaungi Lyrics)
मेरी झोपड़ी के भाग,आज जाग जाएंगे,राम आएँगे,
राम आएँगे आएँगे,राम आएँगे,
मेरी झोपडी के भाग,आज जाग जाएंगे,
राम आएँगे ॥
राम आएँगे तो,आंगना सजाऊँगी,
दिप जलाके,दिवाली मनाऊँगी,
मेरे जन्मो के सारे,पाप मिट जाएंगे,
राम आएँगे,
मेरी झोपडी के भाग,आज जाग जाएंगे,
राम आएँगे ॥
राम झूलेंगे तो,पालना झुलाऊँगी,
मीठे मीठे मैं,भजन सुनाऊँगी,
मेरी जिंदगी के,सारे दुःख मिट जाएँगे,
राम आएँगे,
मेरी झोपडी के भाग,आज जाग जाएंगे,
राम आएँगे ॥
मेरा जनम सफल,हो जाएगा,
तन झूमेगा और,मन गीत गाएगा,
राम सुन्दर मेरी,किस्मत चमकाएंगे,
राम आएँगे,
मेरी झोपडी के भाग,आज जाग जाएंगे,
राम आएँगे ॥
LIVE - Morning Aarti of Prabhu Shriram Lalla at Ram Mandir, Ayodhya | 11th January 2025
Ram Mandir Anniversary 2025: राम मंदिर की सालगिरह
11 जनवरी 2025 राम मंदिर कार्यक्रम सूची (11 January 2025 Ram Mandir)
1. यज्ञ मण्डप (मंदिर परिसर):शुक्ल यजुर्वेद के मंत्रों से अग्निहोत्र (सुबह 8-11 बजे और दोपहर 2-5 बजे)
6 लाख श्रीराम मंत्र जाप
राम रक्षा स्त्रोत, हनुमान चालीसा, आदि का पाठ
2. मंदिर भूतल पर कार्यक्रम:
राग सेवा (3-5 बजे)
बधाई गान (6-9 बजे)
3. यात्री सुविधा केंद्र के प्रथम तल पर:
संगीतमय मानस पाठ
4. अंगद टीला:
राम कथा (2-3:30 बजे)
मानस प्रवचन (3:30-5 बजे)
सांस्कृतिक कार्यक्रम (5:30-7:30 बजे)
भगवान का प्रसाद वितरण (प्रातःकाल से)
नोट- अंगद टीला के आयोजन में सभी राम भक्त शामिल हो सकेंगे।
राम चालीसा (Ram Chalisa)
आदौ राम तपोवनादि गमनं हत्वाह् मृगा काञ्चनंवैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीव संभाषणं
बाली निर्दलं समुद्र तरणं लङ्कापुरी दाहनम्
पश्चद्रावनं कुम्भकर्णं हननं एतद्धि रामायणं
॥ चौपाई ॥
श्री रघुबीर भक्त हितकारी ।
सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी ॥
निशि दिन ध्यान धरै जो कोई ।
ता सम भक्त और नहिं होई ॥
ध्यान धरे शिवजी मन माहीं ।
ब्रह्मा इन्द्र पार नहिं पाहीं ॥
जय जय जय रघुनाथ कृपाला ।
सदा करो सन्तन प्रतिपाला ॥
दूत तुम्हार वीर हनुमाना ।
जासु प्रभाव तिहूँ पुर जाना ॥
तुव भुजदण्ड प्रचण्ड कृपाला ।
रावण मारि सुरन प्रतिपाला ॥
तुम अनाथ के नाथ गोसाईं ।
दीनन के हो सदा सहाई ॥
ब्रह्मादिक तव पार न पावैं ।
सदा ईश तुम्हरो यश गावैं ॥
चारिउ वेद भरत हैं साखी ।
तुम भक्तन की लज्जा राखी ॥
गुण गावत शारद मन माहीं ।
सुरपति ताको पार न पाहीं ॥ 10 ॥
नाम तुम्हार लेत जो कोई ।
ता सम धन्य और नहिं होई ॥
राम नाम है अपरम्पारा ।
चारिहु वेदन जाहि पुकारा ॥
गणपति नाम तुम्हारो लीन्हों ।
तिनको प्रथम पूज्य तुम कीन्हों ॥
शेष रटत नित नाम तुम्हारा ।
महि को भार शीश पर धारा ॥
फूल समान रहत सो भारा ।
पावत कोउ न तुम्हरो पारा ॥
भरत नाम तुम्हरो उर धारो ।
तासों कबहुँ न रण में हारो ॥
नाम शत्रुहन हृदय प्रकाशा ।
सुमिरत होत शत्रु कर नाशा ॥
लषन तुम्हारे आज्ञाकारी ।
सदा करत सन्तन रखवारी ॥
ताते रण जीते नहिं कोई ।
युद्ध जुरे यमहूँ किन होई ॥
महा लक्ष्मी धर अवतारा ।
सब विधि करत पाप को छारा ॥ 20 ॥
सीता राम पुनीता गायो ।
भुवनेश्वरी प्रभाव दिखायो ॥
घट सों प्रकट भई सो आई ।
जाको देखत चन्द्र लजाई ॥
सो तुमरे नित पांव पलोटत ।
नवो निद्धि चरणन में लोटत ॥
सिद्धि अठारह मंगल कारी ।
सो तुम पर जावै बलिहारी ॥
औरहु जो अनेक प्रभुताई ।
सो सीतापति तुमहिं बनाई ॥
इच्छा ते कोटिन संसारा ।
रचत न लागत पल की बारा ॥
जो तुम्हरे चरनन चित लावै ।
ताको मुक्ति अवसि हो जावै ॥
सुनहु राम तुम तात हमारे ।
तुमहिं भरत कुल- पूज्य प्रचारे ॥
तुमहिं देव कुल देव हमारे ।
तुम गुरु देव प्राण के प्यारे ॥
जो कुछ हो सो तुमहीं राजा ।
जय जय जय प्रभु राखो लाजा ॥ 30 ॥
रामा आत्मा पोषण हारे ।
जय जय जय दशरथ के प्यारे ॥
जय जय जय प्रभु ज्योति स्वरूपा ।
निगुण ब्रह्म अखण्ड अनूपा ॥
सत्य सत्य जय सत्य- ब्रत स्वामी ।
सत्य सनातन अन्तर्यामी ॥
सत्य भजन तुम्हरो जो गावै ।
सो निश्चय चारों फल पावै ॥
सत्य शपथ गौरीपति कीन्हीं ।
तुमने भक्तहिं सब सिद्धि दीन्हीं ॥
ज्ञान हृदय दो ज्ञान स्वरूपा ।
नमो नमो जय जापति भूपा ॥
धन्य धन्य तुम धन्य प्रतापा ।
नाम तुम्हार हरत संतापा ॥
सत्य शुद्ध देवन मुख गाया ।
बजी दुन्दुभी शंख बजाया ॥
सत्य सत्य तुम सत्य सनातन ।
तुमहीं हो हमरे तन मन धन ॥
याको पाठ करे जो कोई ।
ज्ञान प्रकट ताके उर होई ॥ 40 ॥
आवागमन मिटै तिहि केरा ।
सत्य वचन माने शिव मेरा ॥
और आस मन में जो ल्यावै ।
तुलसी दल अरु फूल चढ़ावै ॥
साग पत्र सो भोग लगावै ।
सो नर सकल सिद्धता पावै ॥
अन्त समय रघुबर पुर जाई ।
जहाँ जन्म हरि भक्त कहाई ॥
श्री हरि दास कहै अरु गावै ।
सो वैकुण्ठ धाम को पावै ॥
॥ दोहा ॥
सात दिवस जो नेम कर पाठ करे चित लाय ।
हरिदास हरिकृपा से अवसि भक्ति को पाय ॥
राम चालीसा जो पढ़े रामचरण चित लाय ।
जो इच्छा मन में करै सकल सिद्ध हो जाय ॥
Ram Mantra: राम मंत्र
हे रामा पुरुषोत्तमा नरहरे नारायणा केशवा। गोविन्दा गरुड़ध्वजा गुणनिधे दामोदरा माधवा॥ हे कृष्ण कमलापते यदुपते सीतापते श्रीपते। बैकुण्ठाधिपते चराचरपते लक्ष्मीपते पाहिमाम्॥भगवान श्री राम की आरती
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम्।नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्।।
कंदर्प अगणित अमित छवी नव नील नीरज सुन्दरम्।
पट्पीत मानहु तडित रूचि शुचि नौमी जनक सुतावरम्।।
भजु दीन बंधु दिनेश दानव दैत्य वंश निकंदनम्।
रघुनंद आनंद कंद कौशल चंद दशरथ नन्दनम्।।
सिर मुकुट कुण्डल तिलक चारु उदारू अंग विभूषणं।
आजानु भुज शर चाप धर संग्राम जित खर-धूषणं।।
इति वदति तुलसीदास शंकर शेष मुनि मन रंजनम्।
मम ह्रदय कुंज निवास कुरु कामादी खल दल गंजनम्।।
मनु जाहिं राचेऊ मिलिहि सो बरु सहज सुंदर सावरों।
करुना निधान सुजान सिलू सनेहू जानत रावरो।।
एही भांती गौरी असीस सुनी सिय सहित हिय हरषी अली।
तुलसी भवानी पूजि पूनी पूनी मुदित मन मंदिर चली।।
जानि गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि।
मंजुल मंगल मूल वाम अंग फरकन लगे।।
श्री राम चंद्र कृपालु भजमन हरण भाव भय दारुणम्।
नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम्।।
प्राण प्रतिष्ठा सालगिरह कार्यक्रम
रामलला मूर्ति की स्थापना की पहली वर्षगांठ के मौके पर जिन कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है उनमें हर दिन लगभग 6 घंटे तक यानी तीन दिनों के महोत्सव के दौरान 18 घंटों तक 2000 मंत्रोच्चारण के साथ अग्नि देवता को आहुति दी जाएगी। इन तीन दिनों के दौरान हनुमान चालीसा और विष्णु सहस्रनाम का पाठ और भगवान राम के बीज मंत्र का जाप किया जाएगा। जानकारी अनुसार 21 ब्राह्मण मिलकर हर दिन इस काम को करेंगे। राम मंदिर में हर दिन शाम के समय में भगवान के सामने राग सेवा प्रस्तुत की जाएगी।Ram Mandir Darshan Booking Time (राम मंदिर बुकिंग टाइमिंग)
राम मंदिर के ट्रस्ट के अधिकारिक वेबसाइट पर राम मंदिर के दर्शन का समय सुबह 7 बजे से 11.30 बजे तक रहता है। उसके बाद दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक होता है। इस मंदिर दोपहर में 1 बजे से 3 बजे तक बंद रहता है।Ram Mandir Aarti Time (राम मंदिर आरती टाइम)
मंगला आरती सुबह 4:30 से 5 बजे तकशृंगार आरती सुबह 6:30 बजे
भोग आरती दोपहर 12:00 बजे
संध्या आरती शाम 7:30 बजे
Ram Stuti (राम स्तुति)
श्री रामचंद्र कृपालु भजु मन हरण भवभय दारुणंनवकंज लोचन, कंजमुख कर, कंज पद कंजारुणं
कंदर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरज सुन्दरम
पट पीत मानहु तडित रूचि-सुचि नौमी, जनक सुतावरं
भजु दीनबंधु दिनेश दानव दैत्य वंश निकन्दनं
रघुनंद आनंद कंद कौशल चन्द्र दशरथ नंदनम
सिर मुकुट कुंडल तिलक चारू उदारु अंग विभुशरणं
आजानुभुज शर चाप-धर, संग्राम-जित-खर दूषणं
इति वदति तुलसीदास, शंकर शेष मुनि-मन-रंजनं
मम ह्रदय कंज निवास कुरु, कामादि खल-दल-गंजनं
मनु जाहि राचेउ मिलिहि सौ बरु सहज सुंदर सावरो
करुणा निधान सुजान सीलु सनेहु जानत रावरो
एही भांति गौरी असीस सुनी सिय सहित हिं हरषीं अली
तुलसी भवानिः पूजी पुनि-पुनि मुदित मन मंदिर चली
मुदित मन मंदिर चली
मुदित मन मंदिर चली
जानी गौरी अनुकूल, सिय हिय हरषीं जाही कही
मंजुल मंगल मूल बाम अंग फरकन लगे
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख (Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha Date 2024)
अयोध्या राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को कूर्म द्वादशी के दिन की गई थी। जिसके लिए 12:15 से 12:45 तक का अति शुभ समय चुना गया था। इस दिन भगवान रामलला की प्रतिमा का सूर्यतिलक भी किया गया था।Ram Bhajan Lyrics (राम भजन लिरिक्स)
जिन पर कृपा राम करे भजनलंका में मचाने हाहाकार राम जी सेना चली भजन
चलो देख आये री राजा राम की नगरियाँ भजन
मेरी नैया में लक्ष्मण राम भजन
तू तो डूबा हुआ तर जायेगा भजन
अवध में हो रही जय जय कार आज है राम लला आये
हमारा नहीं कोई रे तेरे बिना राम भजन
कुछ नहीं बिगड़ेगा तेरा हरी शरण आने के बाद भजन
ओ जाने वाले रघुवर को परनाम हमारा कह देना भजन
श्री राम जय राम जय जय राम कलयुग केवल नाम अधारा भजन
बधैया बाजे आँगने में भजन
राम लक्ष्मण जानकी जय बोलो हनुमान की भजन
किरपा मिलेगी श्री राम जी की भजन
आरंभ कीजिए प्रारंभ कीजिए भजन
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता भजन
चलो री सखी आज मिले गे भगवान भजन
Ram Navami 2025 Date (राम नवमी 2025 तिथि)
राम नवमी का त्योहार हर साल चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के पर मनाया जाता है। इस साल इस तिथि की शुरुआत 05 अप्रैल की शाम 07 बजकर 25 मिनट पर होगी वहीं 6 अप्रैल 2025 की शाम 07 बजकर 20 मिनट पर ये तिथि समाप्त होगी। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार साल 2025 में राम नवमी का पर्व 6 अप्रैल को मनाया जाएगा।Ram Mandir Aarti Time (राम मंदिर आरती टाइम)
मंगला आरती सुबह 4:30 से 5 बजे तकशृंगार आरती सुबह 6:30 बजे
भोग आरती दोपहर 12:00 बजे
संध्या आरती शाम 7:30 बजे
Ram Ji Ke Mantra: भगवान राम मंत्र
भगवान राम की पूजा में 'श्री रामचन्द्राय नमः' मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। इस मंत्र के जाप से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।Ram Ji Ki Aarti Ke Benefits (राम जी की आरती के लाभ)
भगवान राम की आरती करने से जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर है तो उसे राम जी की आरती जरूर करनी चाहिए। श्री राम जी की आरती करने से भगवान हनुमान भी प्रसन्न हो जाते हैं। घर में श्री राम जी की आरती करने से सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा दूर चली जाती है।श्री रामचन्द्र जी की आरती (Shri Ramchandra Ki Aarti)
आरती कीजै रामचन्द्र जी की।हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥
पहली आरती पुष्पन की माला।
काली नाग नाथ लाये गोपाला॥
दूसरी आरती देवकी नन्दन।
भक्त उबारन कंस निकन्दन॥
तीसरी आरती त्रिभुवन मोहे।
रत्न सिंहासन सीता रामजी सोहे॥
चौथी आरती चहुं युग पूजा।
देव निरंजन स्वामी और न दूजा॥
पांचवीं आरती राम को भावे।
रामजी का यश नामदेव जी गावें॥
श्री रामचंद्र जी की आरती pdf
श्री राम जी की आरती लिरिक्स Pdf (Shri Ram Ji Ki Aarti Lyrics Pdf)
श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं ।नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं ॥१॥
कन्दर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरद सुन्दरं ।
पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि नोमि जनक सुतावरं ॥२॥
भजु दीनबन्धु दिनेश दानव दैत्य वंश निकन्दनं ।
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल चन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥
शिर मुकुट कुंडल तिलक चारु उदारु अङ्ग विभूषणं ।
आजानु भुज शर चाप धर संग्राम जित खरदूषणं ॥४॥
इति वदति तुलसीदास शंकर शेष मुनि मन रंजनं ।
मम् हृदय कंज निवास कुरु कामादि खलदल गंजनं ॥५॥
मन जाहि राच्यो मिलहि सो वर सहज सुन्दर सांवरो ।
करुणा निधान सुजान शील स्नेह जानत रावरो ॥६॥
एहि भांति गौरी असीस सुन सिय सहित हिय हरषित अली।
तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि मुदित मन मन्दिर चली ॥७॥
॥सोरठा॥
जानी गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि ।
मंजुल मंगल मूल वाम अङ्ग फरकन लगे।
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