नई दिल्ली। आईसीएमआर के डीजी डॉ बलराम भार्गव कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं उन्हें एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। देश में कोरोना के आंकड़े एक करोड़ को कभी भी छू सकते हैं। कोरोना महामारी के संबंध में आईसीएमआर का कहना है कि इस समय देश में रिकवरी रेट अच्छा है। लेकिन हमें आने वाले समय में और सतर्क रहना होगा। इसके साथ ही आईसीएमआर का कहना है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीन बनाने की तैयारी युद्ध स्तर पर जारी है।
कोवैक्सीन के निर्माण में बायोटेक और आईसीएमआर का साझा प्रयास
बता दें कि कोवैक्सीन, वैक्सीन का निर्माण भारत बायोटेक और आईसीएमआर के साझा प्रयासों के तहत बनाया जा रहा है। कोवैक्सीन फेज 1 के अंतरिम ट्रायल के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया था कि किसी भी वालंटियर पर किसी तरह का गंभीर दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिला है। अंतरिम नतीजों के बारे में बताया गया है कि कुछ लोगों ने इस बात की शिकायत की थी कि जिस जगह पर इंजेक्शन लगाया गया था वहां दर्द की शिकायत दर्ज कराई थी।
इन लोगों को पहले दी जाएगी कोरोना वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन किसे पहले लगाई जाएगी। इसके बारे में सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है। सबसे पहले हेल्थ केयर और उसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर्स को दी जाएगी। इन दोनों समूहों को वैक्सीन लगाए जाने के बाद 50 साल से ऊपर के लोगों को लगाया जाएगा। उसके बाद 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों को दी जाएगी जो गंभीर बीमारी का सामना कर रहे हैं।
India News in Hindi (इंडिया न्यूज़), Times now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Network Hindi पर। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें.