होली कब और कैसे मनाएं? जानें होलिका दहन और रंग खेलने की सही तारीख, यहां जानिए नई दिल्ली, लखनऊ, पटना समेत हर शहर की टाइमिंग
होलिका दहन शुभ मुहूर्त 2025 की शुरुआत 13 मार्च 2025, गुरुवार की रात 11 बजकर 26 मिनट से होगी और देर रात 12 बजकर 30 मिनट तक होलिका जलाने का शुभ समय रहेगा। इससे पहले होली न जलाएं क्योंकि भद्रा का साया रहने वाला है।

होली कब और कैसे मनाएं? जानें होलिका दहन और रंग खेलने की सही तारीख, यहां जानिए नई दिल्ली, लखनऊ, पटना समेत हर शहर की टाइमिंग
होलिका दहन का त्योहार फाल्गुन पूर्णिमा पर मनाया जाता है। इसलिए इसे होली पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन प्रदोष काल में भद्रा रहित समय पर होलिका दहन किया जाता है और फिर अगले दिन होली पर्व मनाया जाता है। इस साल होलिका दहन 13 मार्च 2025, गुरुवार को किया जाएगा तो वहीं रंगवाली होली 14 मार्च 2025, शुक्रवार को खेली जाएगी। लेकिन अब सवाल ये उठता है कि आखिर होलिका दहन किस मुहूर्त में किया जाएगा। तो चलिए जानते हैं इस साल होलिका दहन की पूजा कब होगी और क्या है इसकी विधि।
होलिका जलाने का शुभ मुहूर्त 2025 (Holika Jalane Ka Shubh Muhurat 2025)
होलिका जलाने का शुभ मुहूर्त 13 मार्च 2025, गुरुवार की रात 11 बजकर 26 मिनट से लेकर देर रात 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। भद्रा सुबह 10:35 से रात्रि 11:26 तक रहेगी।
होली जलाने का मुहूर्त 2025 (Holi Jalane Ka Muhurat 2025)
दिल्ली- रात 11:26 से 14 मार्च सुबह 12:30 तक
नोएडा- रात 11:26 से 14 मार्च सुबह 12:29 तक
गुरुग्राम- रात 11:26 से 14 मार्च सुबह 12:31 तक
मुंबई- रात 11:26 से 14 मार्च सुबह 12:48 तक
पुणे- रात 11:26 से 14 मार्च सुबह 12:44 तक
कानपुर- रात 11:26 से 14 मार्च सुबह 12:44 तक
कोलकाता- रात 11:26 से 14 मार्च सुबह 12:46 तक
हैदराबाद- रात 11:26 से 14 मार्च सुबह 12:25 तक
अहमदाबाद- रात 11:26 से 14 मार्च सुबह 12:49 तक
चंडीगढ़- रात 11:26 से 14 मार्च सुबह 12:32 तक
होलिका दहन पूजन विधि व सामग्री लिस्ट (Holika Dahan Pujan Vidhi And Samagri List)
- होलिका दहन करने वाले स्थान को अच्छे से साफ करें और वहां पर सूखी लकड़ी, गोबर के उपले आदि सामग्री इकट्ठा कर लें।
- फिर घर के ही मंदिर में मिट्टी से होलिका और प्रहलाद की प्रतिमा बनाई जाती है।
- होलिका दहन की पूजा प्रदोष काल में की जाती है।
- पूजा के लिए थाली तैयार करें।
- इस थाली में रोली, गंध, पुष्प, धूप, माला, अक्षत, गुड़, कच्चे सूत का धागा, खिल-बतासे नारियल और पंच फल रखें।
- फिर होलिका के चारों ओर 7, 11 या 21 जितने बार मन हो परिक्रमा करते हुए कच्चे सूत के धागे को लपेटें।
- फिर शुभ मुहूर्त में होलिका जलाएं और सभी सामग्रियों को एक-एक करके अग्नि में डालें।
- इसके बाद जल से अर्घ्य दें।
- होलिका दहन की अग्नि में पंचफल और चीनी से बने खिलौने आहुति के रूप में समर्पित करें।
- अंत में होलिका में गुलाल जरूर डालें।
- जब होलिका की अग्नि शांत हो जाए तब इसकी राख को अपने घर में रख लें या फिर मंदिर या कहीं साफ-सुथरी पवित्र जगह पर रख आएं।
कैसे मनाई जाती है होलिका (Holika Kaise Manai Jati Hai)
- होलिका का दहन किसी खुले स्थान में किया जाता है।
- इसके लिए कुछ दिन पहले से ही लकड़ियां इकट्ठा करना शुरू कर दिया जाता है और उसमें होलिका और भक्त प्रह्लाद को शुद्ध गोबर से बनाकर स्थापित किया जाता है जिसे बड़कुल्ला के नाम से जाना जाता है।
- इसके बाद होलिका के पास गोबर से बनी ढाल बनाई जाती है
- जिसमें चार मालाएं जिसे मौली, फूल, गुलाल, और गोबर से बने खिलौनों से तैयार करते हैं उसे रखा जाता है।
- इसके बाद शुभ मुहूर्त में होलिका दहन की पूजा शुरू की जाती है।
- इसके लिए गोबर से बनी ढाल पर एक माला पितरों के नाम से समर्पित की जाती है।
- जबकि दूसरी माला हनुमान जी को अर्पित की जाती है।
- तीसरी शीतला माता को तो चौथी माला घर परिवार के लिए रखी जाती है।
होलिका दहन मनाने का कारण (Holika Dahan Story)
होलिका दहन के पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। कहते हैं इसी दिन राक्षस राजा हिरण्यकश्यप की बहन होलिका भगवान विष्णु के भक्त प्रह्लाद को अग्नि में लेकर बैठ गई थी लेकिन भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रह्लाद की रक्षा करके होलिका को ही अग्नि में जलाकर राख कर दिया था। इसलिए ही होलिका दहन के लिए अग्नि देव की पूजा का विधान है और उस अग्नि में अनाज और जौ, मिष्ठान आदि चीजें डाली जाती हैं।
होलिका दहन का महत्व (Holika Dahan Ka Mahatva)
कहते हैं होलिका दहन करने से घर और जीवन में सुख शांति आती है। घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा आती है। लोग होलिका जलाकर बुराई पर अच्छाई के जीत का जश्न मनाते हैं। होलिका दहन की लपटें बहुत लाभकारी होती हैं। ऐसा कहा जाता है कि होलिका दहन की अग्नि में हर समस्या जलकर दूर हो जाती है।
Holika Dahan Timing 2025 In UP LIVE: यूपी में होलिका दहन का शुभ समय क्या रहेगा
यूपी में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर देर रात 12 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।
Holika Dahan Timing 2025 In Haryana LIVE: हरियाणा में होलिका दहन का शुभ समय क्या रहेगा
हरियाणा में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर देर रात 12 बजकर 32 मिनट तक रहेगा।
Holika Dahan Timing 2025 In Mumbai LIVE: मुंबई में होलिका दहन का शुभ समय क्या रहेगा
मुंबई में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर देर रात 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा।
Holika Dahan Timing 2025 In Mathura LIVE: मथुरा में होलिका दहन का शुभ समय क्या रहेगा
मथुरा में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर देर रात 12 बजकर 28 मिनट तक रहेगा।
Holika Dahan Timing 2025 In Lucknow LIVE: लखनऊ में होलिका दहन का शुभ समय क्या रहेगा
लखनऊ में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर देर रात 12 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।
Holika Dahan Timing 2025 In Delhi LIVE: दिल्ली में होलिका दहन का शुभ समय क्या रहेगा
दिल्ली में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर देर रात 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
Holika Dahan Timing 2025 In Noida LIVE: नोएडा में होलिका दहन का शुभ समय क्या रहेगा
नोएडा में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर देर रात 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा।
Holika Dahan Aarti: नरसिंह भगवान की आरती
ओम जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे।स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे, स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे, जनका ताप हरे॥
ओम जय नरसिंह हरे
तुम हो दिन दयाला, भक्तन हितकारी, प्रभु भक्तन हितकारी।
अद्भुत रूप बनाकर, अद्भुत रूप बनाकर, प्रकटे भय हारी॥
ओम जय नरसिंह हरे
सबके ह्रदय विदारण, दुस्यु जियो मारी, प्रभु दुस्यु जियो मारी।
दास जान आपनायो, दास जान आपनायो, जनपर कृपा करी॥
ओम जय नरसिंह हरे
ब्रह्मा करत आरती, माला पहिनावे, प्रभु माला पहिनावे।
शिवजी जय जय कहकर, पुष्पन बरसावे॥
ओम जय नरसिंह हरे
Holi Jalane Ka Time 2025: होली जलाने का समय
आज होली जलाने का समय रात को करीब 11.26 बजे से शुरू होकर देर रात 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।Holika Dahan Timing 2025 In Mathura LIVE: लखनऊ में होलिका दहन का शुभ समय क्या रहेगा
मथुरा में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर देर रात 12 बजकर 28 मिनट तक रहेगा।
Holika Dahan Timing 2025 In Kanpur LIVE: कानपुर में होलिका दहन का शुभ समय क्या रहेगा
कानपुर में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर देर रात 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
Holika Dahan Timing 2025 In Haryana LIVE: हरियाणा में होलिका दहन का शुभ समय क्या रहेगा
हरियाणा में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर देर रात 12 बजकर 32 मिनट तक रहेगा।
Holika Dahan 2025 Live: होलिका दहन किन राशियों के लिए शुभ
होलिका दहन का पर्व मेष, कर्क, सिंह और मकर राशि वालों के लिए बेहद शुभ रहेगा। इन राशि वालों की किस्मत चमक उठेगी।
Holika Dahan 2025 Live: होलिका दहन के दिन महिलाएं ये काम बिल्कुल भी न करें
मान्यता है कि होलिका दहन के दिन कई तरह की नकारात्मक शक्तियां घूमती हैं इसलिए महिलाओं को इस दिन अपने बाल खुले नहीं छोड़ने छोड़ने चाहिए और बांध कर रखना चाहिए।
Holika Dahan 2025 Live: होलिका दहन के दिन भूलकर भी न करें ये काम
यदि संभव हो तो होलिका दहन के दिन किसी दूसरे के घर में खाना खाने से बचना चाहिए।
Holi Bhajan Lyrics: होली खेले रघुवीरा अवध मा
होली खेले रघुवीरा अवध मा,होली खेले रघुवीरा,
होली खेले रघुवीरा, होली खेले रघुवीरा,
होली खेले रघुवीरा अवध मा,
होली खेले रघुवीरा………….
किनका के हाथ कनक पिचकारी,
किनका के हाथ अबीर झोली
मोहे होली में कर दियो लाल रे,
ऐसो चटक रंग डारो,
ऐसो चटक रंग डारो, ऐसो चटक रंग डारो,
ऐसो चटक रंग डारो, अवध मा………..
होली खेले रघुवीरा,
राम के हाथ कनक पिचकारी,
सीता हाथ अबीर झोली,
रंग डारो, रंग डारो,
रंग डारो श्याम खेले होली, रंग डारो,
गोविंदा आला रे आला,
जरा रंग तो ना डाल नंदलाला……..
Holika Dahan 2025: होलिका दहन की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए
होलिका दहन के चारों तरफ 7, 11 या 21 बार परिक्रमा करते हुए कच्चे सूत के धागे को लपेट दें।Rang Barse Song: होली के गाने
Holika Dahan Timing 2025 LIVE: होलिका दहन के दिन हनुमान जी की पूजा कैसे करें
- होलिका दहन के रात को सबसे पहले स्नान करें, साफ कपड़े पहने और फिर हनुमान मंदिर जाकर या घर के मंदिर में हनुमान जी के सामने बैठकर उनकी पूजा करें।
- पूजा शुरू करने से पहले भगवान हनुमान को लाल सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें।
- इस दिन हनुमान जी को सिंदूर का चोला भी चढाएं। इसके बाद पूरे विधि-विधान के साथ उनकी पूजा-आराधना करें।
- भगवान हनुमान को लाल रंग के फूल अर्पित करें।
- इसके बाद बजरंगबली को पीले रंग का प्रसाद अर्पित करें और देसी घी का दीपक जलाएं।
Bhadra Kab Se Kab Tak Rahegi 2025: भद्रा कब से कब तक रहेगी 2025
सुजीत जी महाराज अनुसार भद्रा 13 मार्च की सुबह 10:35 से लग चुकी है जिसका समापन रात 11:26 बजे होगा। ऐसे में होलिका दहन भद्रा की समाप्ति के बाद ही यानी रात के 11:26 से 12:30 के बीच किया जाएगा।Holika Dahan Upay: होलिका दहन उपाय
होलिका दहन की राख को अपने घर में लाकर किसी पवित्र स्थान में रख दें। कहते हैं ऐसा करने से घर-परिवार को किसी की बुरी नजर नहीं लगती।Bhadra Time Today: आज भद्रा कब से लगेगी
आज यानी 13 मार्च को भद्रा सुबह 10:35 दिन से रात्रि 11:26 तक है।होलिका दहन 2025 पूजा मंत्र (Holika Dahan 2025 Puja Mantra)
'ऊं नृसिंहाय नम:''अनेन अर्चनेन होलिकाधिष्ठातृदेवता प्रीयन्तां नमम्।।'
'वन्दितासि सुरेन्द्रेण ब्रह्राणा शंकरेण च। अतस्त्वं पाहि नो देवि विभूतिः भूतिदा भव।।'
Holika Dahan Kaise Kiya Jata Hai: होलिका दहन विधि
होलिका में आग लगाने से पहले उसकी विधि विधान पूजा की जाती है। होलिका पूजन के लिए गोबर से बनी होलिका और प्रह्लाद की प्रतिमाएं, रोली, माला, पुष्प, गंध, कच्चा सूत, गुड़, साबूत हल्दी, गुलाल, बताशे, मूंग, पांच या सा तरह के अनाज, नारियल, नई गेहूं की बालियां और एक लोटा जल की जरूरत होती है। इसके अलावा मीठे पकवान, फल और मिठाईयां भी लगती हैं। होलिका के पास गोबर से बनी ढाल भी रखी जाती है। इसके अलावा चार मालाएं भी रख ली जाती हैं। एक पितरों के नाम से, दूसरी हनुमान जी के लिए, तीसरी शीतला माता और चौथी परिवार के नाम की माला रखी जाती है। इसके बाद होली के चारों तरफ 3 या 7 बार परिक्रमा करते हुए कच्चा सूत लपेटा जाता है। इसके बाद शुद्ध जल समेत सभी सामग्रियों को एक-एक कर होलिका की आग में डाला जाता है। होलिका दहन के समय उपस्थित पुरुषों को रोली का तिलक लगाया जाता है। इसके बाद होलिका दहन की राख को अगले दिन घर में लाना शुभ होता है।13 मार्च 2025 शुभ मुहूर्त (13 March 2025 Shubh Muhurat)
अभिजीत - 12:07 पी.एम से 12:55 पी.एम तकविजय मुहूर्त - 02:25 पी.एम से 03:25 पी.एम तक
गोधुली मुहूर्त - 06:25 पी.एम से 07:21 पी.एम तक
ब्रम्ह मुहूर्त - 4:03 ए.एम से 05:07 ए.एम तक
अमृत काल - 06:03 ए.एम से 07:46 ए.एम तक
निशीथ काल मुहूर्त - रात 11:42 पी.एम से 12:26 पी.एम तक
संध्या पूजन - 06:26 पी.एम से 07:04 पी.एम तक
Holika Dahan Timing 2025 LIVE: होलिका दहन के लिए भगवान हनुमान की पूजा
होलिका दहन के दिन शाम को होलिका दहन होता है। इसी दौरान रात में भगवान हनुमान की पूजा करने का विधान है। मान्यता है कि इस दिन यदि भगवान हनुमान की भक्ति और श्रद्धा पूर्वक पूरे विधि-विधान से पूजा की जाए तो व्यक्ति को हर तरह के कष्ट और पापों से छुटकारा मिलता है।Holika Dahan Timing 2025 LIVE: होलिका दहन के बाद कब खेली जाती है होली
रंगवाली होली, जिसे धुलण्डी के नाम से भी जाना जाता है, होलिका दहन के पश्चात ही मनायी जाती है और इसी दिन को होली खेलने के लिये मुख्य दिन माना जाता है।Holika Dahan Timing 2025 LIVE: होलिका दहन शुभ मुहूर्त में ही क्यों करना चाहिए
होलिका दहन का मुहूर्त किसी त्यौहार के मुहूर्त से ज्यादा महवपूर्ण और आवश्यक है। यदि किसी अन्य त्यौहार की पूजा उपयुक्त समय पर न की जाये तो मात्र पूजा के लाभ से वञ्चित होना पड़ेगा परन्तु होलिका दहन की पूजा अगर अनुपयुक्त समय पर हो जाये तो यह दुर्भाग्य और पीड़ा देती है।Holika Dahan Timing 2025 LIVE: होलिका दहन कब करना चाहिए
भद्रा रहित, प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा तिथि, होलिका दहन के लिये उत्तम मानी जाती है। यदि भद्रा रहित, प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा का अभाव हो परन्तु भद्रा मध्य रात्रि से पहले ही समाप्त हो जाए तो प्रदोष के पश्चात जब भद्रा समाप्त हो तब होलिका दहन करना चाहिये।Holika Dahan Timing 2025 LIVE: होलिका दहन को किस-किस नामों से जाना जाता है
हिन्दु धार्मिक ग्रन्थों के अनुसार, होलिका दहन, जिसे होलिका दीपक और छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है, को सूर्यास्त के पश्चात प्रदोष के समय, जब पूर्णिमा तिथि व्याप्त हो, करना चाहिये। भद्रा, जो पूर्णिमा तिथि के पूर्वाद्ध में व्याप्त होती है, के समय होलिका पूजा और होलिका दहन नहीं करना चाहिये। सभी शुभ कार्य भद्रा में वर्जित हैं।
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