रावण दहन का शुभ मुहूर्त हुआ शुरू, यहां जानिए अपने शहर अनुसार रावण जलने का सही समय
Dussehra 2024 Aaj Ravan Kab Jalega, Ravan Dahan 2024 Timing In UP, MP, Bihar, Rajasthan, HP, Delhi, Punjab, Noida, Gurgaon, Ravan Kab Jalega 2024: हर साल आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा पर्व मनाया जाता है और इस दिन का मुख्य अनुष्ठान होता है रावण दहन। चलिए आपको बताते हैं इस साल रावण दहन का समय क्या रहेगा और दशहरा की पूजा विधि क्या है।
रावण दहन का शुभ मुहूर्त हुआ शुरू, यहां जानिए अपने शहर अनुसार रावण जलने का सही समय
दशहरा पर्व भगवान श्री राम की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसे भारत में विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। तो वहीं नेपाल राज्य में इसे दशैं के रूप में मनाया जाता है। इस दिन रावण दहन के अलावा शमी पूजा और अपराजिता पूजा भी की जाती है। दशहरा का दिन साल के सबसे शुभ दिनों में से एक होता है। इस दिन दक्षिण भारत के कई इलाकों में आयुध पूजा की जाती है। लेकिन इस दिन का मुख्य आकर्षण होता है रावण दहन। जो सूर्यास्त के बाद किया जाता है। चलिए आपको बताते हैं रावण दहन का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा।
Dussehra 2024 Puja Vidhi, Mantra
रावण दहन मुहूर्त 2024 (Ravan Dahan Muhurat 2024)
इस साल रावण दहन का शुभ मुहूर्त 12 अक्टूबर की शाम 5:30 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा। इस समय पर रावण दहन करन अत्यंत लाभकारी रहेगा।
दशहरा पूजा मुहूर्त 2024 (Dussehra Puja Muhurat 2024)
दशहरा की दशमी तिथि 12 अक्टूबर की सुबह 10 बजकर 58 मिनट से 13 अक्टूबर की सुबह 9 बजकर 8 मिनट तक रहेगी। विजय मुहूर्त 02:03 PM से 02:49 PM तक रहेगा। वहीं अपराह्न पूजा का समय 01:17 PM से 03:35 PM तक रहेगा।
दशहरे की पूजा विधि (Dussehra Puja Vidhi)
दशहरे के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर अपने को शुद्ध कर लें। इसके बाद पूजा स्थल पर भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी की प्रतिमा स्थापित करें। दीपक जलाएं और भगवान को फूल अर्पित करें। पूजा की शुरुआत भगवान राम की अराधना से करें। 'ॐ श्री रामाय नमः' का जाप करें और भगवान से सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें। अगर संभव हो तो इस दिन रामायण या श्री रामचरितमानस का पाठ करें। विधि विधान पूजा करने के बाद भगवान राम की आरती करें। इसके बाद भगवान को भोग लगाकर प्रसाद सभी में बांट दें। पूजा के बाद शाम के समय शुभ मुहूर्त में रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन करें।
दशहरा पर्व के प्रमुख अनुष्ठान
- रावण दहन
- शस्त्र पूजा
- आयुध पूजा
- अपराजिता पूजा
- वाहनों की पूजा
- रामलीला का समापन
- विजय यात्रा
दशहरा क्यों मनाया जाता है (Dussehra Kyu Manaya Jata Hai)
दशहरा सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था। पौराणिक कथाओं अनुसार रावण ने छल से माता सीता का अपहरण कर लिया था। तब भगवान राम ने रावण को उसके पापों का दंड देने के लिए उसके खिलाफ युद्ध लड़ा और आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को उन्होंने रावण का वध करके माता सीता को मुक्त कराया। इसी दिन को विजयादशमी यानि दशहरा के रूप में मनाया जाने लगा।
रावण दहन शुभ मुहूर्त 2024 शहर अनुसार (Ravan Dahan Timing 2024 City Wise)
नई दिल्ली- शाम 5:30 से 7 बजे तक
गाजियाबाद- शाम 5:30 से 7 बजे तक
नोएडा- शाम 5:30 से 7 बजे तक
पुणे- शाम 5:30 से 7 बजे तक
मुंबई- शाम 5:30 से 7 बजे तक
नागपुर- शाम 5:30 से 7 बजे तक
चेन्नई- शाम 5:30 से 7 बजे तक
जयपुर- शाम 5:30 से 7 बजे तक
कोलकाता- शाम 5:30 से 7 बजे तक
बेंगलुरु- शाम 5:30 से 7 बजे तक
सूरत- शाम 5:30 से 7 बजे तक
कानपुर- शाम 5:30 से 7 बजे तक
लखनऊ- शाम 5:30 से 7 बजे तक
पटना- शाम 5:30 से 7 बजे तक
अहमदाबाद- शाम 5:30 से 7 बजे तक
हैदराबाद- शाम 5:30 से 7 बजे तक
लुधियाना- शाम 5:30 से 7 बजे तक
विशाखापट्टनम- शाम 5:30 से 7 बजे तक
ravan dahan time in noida stadium in hindi
रावण का पुतला जलाने का सबसे शुभ समय शाम 5:53 बजे से 7:27 बजे के बीच रहेगा।Ravan Dahan In Delhi: दिल्ली रावण दहन
दिल्ली में रावण हुआ दहनRavan Dahan In Mumbai 2024: रावण दहन मुबंई समय
मुंबई में रावण दहन शाम 5:30 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा। इस समय पर रावण दहन करना शुभ होगा।Ravan Dahan In Gurugram: गुरुग्राम में रावण दहन का समय
इस साल रावण दहन का शुभ मुहूर्त 12 अक्टूबर की शाम 5:30 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा। इस समय पर रावण दहन करना शुभ होगा।jaipur Ravan Dahan Time 2024: जयपुर में रावण दहन का समय
जयपुर में रावण दहन शाम के 5 बजकर 30 मिनट से लेकर रात के 7 बजे तक रहेगा।Ravan Dahan Time in patna: पटना में रावण दहन का समय
पटना में रावण दहन शाम 5 बजकर 30 मिनट से लेकर रात के 7 बजे तक किया जाएगा।ravan dahan time in chandigarh : रावण दहन चंडीगढ़ का समय
इस साल रावण दहन का शुभ मुहूर्त 12 अक्टूबर की शाम 5:30 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा। इस समय पर रावण दहन करना शुभ होगा।dusshera puja time 2024: दशहरा पूजा टाइम 2024
शाम 05 बजकर 30 मिनट से शाम 07 बजे तक है।Ravan Dahan In ahmedabad: रावण दहन अहमदाबाद का समय
इस साल रावण दहन का शुभ मुहूर्त 12 अक्टूबर की शाम 5:30 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा। इस समय पर रावण दहन करना शुभ होगा।panchkula ravan dahan time 2024: पंचकुला रावण दहन टाइम
इस साल रावण दहन का शुभ मुहूर्त 12 अक्टूबर की शाम 5:30 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा। इस समय पर रावण दहन करना शुभ होगा।Ravan Dahan In thane 2024: रावण दहन टाइम ठाणे 2024
ठाणे में रावण दहन का शुभ मुहूर्त 12 अक्टूबर की शाम 5:30 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा।Ravan Dahan In Lucknow 2024: लखनऊ में रावण दहन का समय 2024
लखनऊ में रावण दहन का शुभ मुहूर्त 12 अक्टूबर की शाम 5:30 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा। इस समय पर रावण दहन कर सकते हैं।ravan dahan time today in delhi: रावण दहन टाइम दिल्ली में
इस साल रावण दहन का शुभ मुहूर्त 12 अक्टूबर की शाम 5:30 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा। इस समय पर रावण दहन करना शुभ होगा।रावण कितने बजे जलेगा: Ravan kitne baje jalega
रावण दहन का समय शाम 05 बजकर 54 मिनट से शाम 07 बजकर 26 मिनट तक रहेगा।दशहरा पूजा मंत्र (Dussehra Puja Mantra)
राम रामाय नम-ॐ अपराजितायै नम
-पवन तनय बल पवन समाना, बुद्धि विवेक विज्ञान निधाना
कवन सो काज कठिन जग माहि, जो नहीं होत तात तुम पाहि ॥
Ravan dahan time: रावण दहन टाइम
रावण दहन का शुभ मुहूर्त 12 अक्टूबर की शाम सूर्यास्त के बाद से लेकर रात 10 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। रावण दहन प्रदोष काल में श्रवण नक्षत्र में किया जाता है। इस साल श्रवण नक्षत्र 12 अक्टूबर की शाम 5 बजकर 25 मिनट से 13 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 27 मिनट तक रहेगा।Ravan Dahan time in delhi 2024: दिल्ली में रावण दहन का समय
दशमी तिथि 12 अक्टूबर यानी आज सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर शुरू हो चुका है और तिथि का समापन 13 अक्टूबर यानी कल सुबह 09 बजकर 08 मिनट पर होगा। साथ ही, रावण दहन का समय आज शाम 5 बजकर 53 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 27 मिनट तक रहेगा।दशहरा पूजा मुहूर्त 2024 : Dussehra Puja Muhurat 2024
दशहरा पूजा 202412 अक्टूबर, शनिवारविजय मुहूर्त02:03 पी एम से 02:49 पी एम
अपराह्न पूजा का समय01:17 पी एम से 03:35 पी एम
दशमी तिथि प्रारम्भ12 अक्टूबर, 2024 को 10:58 ए एम बजे
दशमी तिथि समाप्त13 अक्टूबर 2024 को 09:08 ए एम बजे
श्रवण नक्षत्र प्रारम्भ12 अक्टूबर 2024 को 05:25 ए एम बजे
श्रवण नक्षत्र समाप्त13 अक्टूबर 2024 को 04:27 ए एम बजे
Dussehra Images : दशहरा फोटो
दशहरा पूजा मंत्र : Dussehra Puja Mantra
राम रामाय नम-ॐ अपराजितायै नम
-पवन तनय बल पवन समाना, बुद्धि विवेक विज्ञान निधाना
कवन सो काज कठिन जग माहि, जो नहीं होत तात तुम पाहि ॥
-रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे, रघुनाथाय नाथाय सीताया: पतये नमः ||
-ॐ क्लीं नमो भगवते रामचन्द्राय सकलजन वश्यकराय स्वाह: ||
Ravan dahan muhurat 2024: रावण दहन मुहूर्त 2024
12 अक्टूबर को रावण दहन के लिए शुभ मुहूर्त शाम में 5 बजकर 52 मिनट से शाम में 7 बजकर 26 मिनट तक रहेगा।Ravan Kitne Baje Jalega: रावण कितने बजे जलेगा
रावण दहन का मुहूर्त सूर्यास्त से लेकर रात करीब 10:30 बजे तक रहेगा। वहीं अगर रावण दहन के सबसे शुभ मुहूर्त की बात करें तो वो शाम 5.30 से 7 बजे के बीच रहेगा।दशहरा क्यों मनाया जाता है (Dussehra Ka Mahatva)
विजयादशमी यानी दशहरा के दिन भगवान श्री राम ने रावण नामक राक्षस का अंत किया था। इसलिए हर साल इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। विजयादशमी को कई जगह दशहरा अथवा दसरा के नाम से भी जाना जाता है। ये नेपाल का मुख्य पर्व है।Dussehra 2024 Timing: दशहरा 2024 टाइमिंग
रावण दहन के लिए श्रवण नक्षत्र का होना बेहद जरुरी है। इसलिए 12 अक्टूबर को रावण दहन के लिए शुभ मुहूर्त शाम में 5 बजकर 52 मिनट से शाम में 7 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। बता दें कि रावण दहन प्रदोष काल में किया जाता है।ravan dahan time in delhi 2024: रावण दहन टाइम 2024
दिल्ली में शाम को 5 बजकर 30 मिनट से लेकर रात के 10 बजकर 30 मिनट तक रावण दहन किया जाएगा।dwarka ravan dahan time: द्वारका रावण दहन टाइम
द्वारका में शाम 5:30 से 10:30 तक रावण दहन का समय रहने वाला है।Dussehra Puja Muhurat: दशहरा पूजा मुहूर्त
विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 03 मिनट से लेकर 02 बजकर 49 मिनट तक है।अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 44 मिनट से लेकर 12 बजकर 30 मिनट तक है।
गोधूलि मुहूर्त शाम 05 बजकर 54 मिनट से लेकर 06 बजकर 19 मिनट तक है।
ravan dahan in Gurugram: गुरुग्राम रावण दहन टाइम
शाम के 5:30 से 10:30 तक गुरुग्राम में रावण दहन किया जाएगा।दशहरा पूजा विधि (Dussehra Puja Vidhi In Hindi)
- दशहरा के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें।
- इसके बाद गेंहू या चूने से दशहरा की प्रतिमा बना लें।
- फिर गाय के गोबर से नौ गोले यानी कंडे बना लें। फिर इन कंडों पर जौ और दही लगाया जाता है।
- इस दिन कई लोग भगवान राम की झांकियों पर नवरात्रि में लगाए गए जौ चढ़ाते हैं और कई जगह पर लड़कों के कान पर जौ रखा जाता है।
- दशहरा पूजा में गोबर से दो कटोरियां बना लें और इनमें से एक कटोरी में कुछ सिक्के रख लें और दूसरी में रोली, चावल, फल, फूल और जौ डालें।
- दशहरा के लिए बनाए गई प्रतिमाओं पर केले, मूली, ग्वारफली, गुड़ और चावल चढ़ाया जाता है।
- इसके बाद शुद्ध घी का दीपक जलाएं।
- कुछ जगहों पर इस दिन बहीखाता की पूजा की जाती है। अगर आप भी ये पूजा करते हैं तो अपने बहीखाते पर भी जौ, रोली इत्यादि चढ़ाएं।
- इसके बाद ब्राह्मणों को भोजन कराएं और सामर्थ्य अनुसार दान-दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
- शाम रावण दहन के बाद घर के बड़े लोगों का आशीर्वाद प्राप्त करें।
Dussehra 2024: दशहरा के दिन नीलकंठ पक्षी दिखने पर क्या करें
दशहरा के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन होने पर इस मंत्र का जाप किया जाता है: कृत्वा नीराजनं राजा बालवृद्धयं यता बलम्, शोभनम खंजनं पश्येज्जलगोगोष्ठसंनिघौ। नीलग्रीव शुभग्रीव सर्वकामफलप्रद, पृथ्वियामवतीर्णोसि खञ्जरीट नमोस्तुतेRam Ji Ke Bhajan: राम जी के भजन
- मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे
- सीता राम जी की प्यारी राजधानी लागे
- राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली
- नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो
- कोई आया सखी फुलवारिया में भजन
- रामा रामा रटते रटते, बीती रे उमरिया
- रघुपति राघव राजाराम
- सीता राम, सीता राम, सीताराम कहिये
- जरा देर ठहरो राम तमन्ना यही है
- सजा दो घर को गुलशन सा
श्री राम जी की आरती pdf (Shri Ram Ji Ki Aarti In Hindi)
॥दोहा॥श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं ।
नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं ॥१॥
कन्दर्प अगणित अमित छवि नव नील नीरद सुन्दरं ।
पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि नोमि जनक सुतावरं ॥२॥
भजु दीनबन्धु दिनेश दानव दैत्य वंश निकन्दनं ।
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल चन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥
शिर मुकुट कुंडल तिलक चारु उदारु अङ्ग विभूषणं ।
आजानु भुज शर चाप धर संग्राम जित खरदूषणं ॥४॥
इति वदति तुलसीदास शंकर शेष मुनि मन रंजनं ।
मम् हृदय कंज निवास कुरु कामादि खलदल गंजनं ॥५॥
मन जाहि राच्यो मिलहि सो वर सहज सुन्दर सांवरो ।
करुणा निधान सुजान शील स्नेह जानत रावरो ॥६॥
एहि भांति गौरी असीस सुन सिय सहित हिय हरषित अली।
तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि मुदित मन मन्दिर चली ॥७॥
॥सोरठा॥
जानी गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि ।
मंजुल मंगल मूल वाम अङ्ग फरकन लगे।
Dussehra Neelkanth Darshan Mahatva: दशहरा के दिन नीलकंठ दिखने का महत्व
दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी के दिखने का महत्व भगवान राम की विजय से जुड़ा हुआ है। ऐसा कहा जाता कि जब भगवान राम रावण का अंत करने जा रहे थे तो उन्होंने नीलकंठ पक्षी के दर्शन किए थे, इसके बाद भगवान काम को रावण पर विजय प्राप्त हुई थी। इसलिए नीलकंठ पक्षी को विजय का संकेत भी माना गया है।Neelkanth Photo: नीलकंठ पक्षी की फोटो
Dussehra Images 2024: दशहरा की फोटो
Ravan Dahan Muhurat 2024: रावण दहन का समय
नई दिल्ली, Delhi Ravan Dahan Time 20245:30 से 10:30 तकमुंबई, Mumbai Ravan Dahan Time 20245:30 से 10:30 तक
नोएडा, Noida Ravan Dahan Time 20245:30 से 10:30 तक
बेंगलुरु, Bengaluru Ravan Dahan Time 20245:30 से 10:30 तक
चेन्नई, Chennai Ravan Dahan Time 20245:30 से 10:30 तक
अहमदाबाद, Ahmedabad Ravan Dahan Time 20245:30 से 10:30 तक
हैदराबाद, Hyderabad Ravan Dahan Time 20245:30 से 10:30 तक
दशहरा कब है 2024 (Dussehra 2024 Date)
इस साल दशहरा पर्व 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन दशमी तिथि सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर लग जाएगी।Dussehra 2024: इस पर्व का नाम दशहरा कैसे पड़ा
पौराणिक मान्यता के अनुसार इस त्यौहार का नाम दशहरा इसलिए पड़ा क्योंकि इस दिन भगवान राम ने दस सिर वाले राक्षस रावण का वध किया था। तभी से हर साल इस दिन दस सिरों वाले रावण के पुतले को जलाया जाता है।Dussehra Kab Manaya Jata Hai: दशहरा कब मनाया जाता है
दशहरा आश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तारीख को मनाया जाता है। इस दिन नवरात्रि पर्व का समापन हो जाता है।Dussehra 2024 Puja Muhurat: दशहरा पूजा मुहूर्त 2024
दशहरा पूजा 2024- 12 अक्टूबर, शनिवारविजय मुहूर्त- 02:03 पी एम से 02:49 पी एम
अपराह्न पूजा का समय- 01:17 पी एम से 03:35 पी एम
दशमी तिथि प्रारम्भ- 12 अक्टूबर, 2024 को 10:58 ए एम बजे
दशमी तिथि समाप्त-13 अक्टूबर 2024 को 09:08 ए एम बजे
श्रवण नक्षत्र प्रारम्भ- 12 अक्टूबर 2024 को 05:25 ए एम बजे
श्रवण नक्षत्र समाप्त- 13 अक्टूबर 2024 को 04:27 ए एम बजे
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