गोवा बनेगा टॉप 25 स्टार्टअप डेस्टिनेशन ? सरकार का ये है प्लान

वर्ष 2025 तक गोवा को एशिया के शीर्ष 25 स्टार्टअप डेस्टिनेशन की सूची में जगह मिल सकती है।

Goa
गोवा को स्टार्टअप हब बनाने की तैयारी  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • गोवा में 111 स्टार्ट अप काम कर रहे हैं।
  • अगले तीन वर्षों में 500 से अधिक स्टार्टअप को सर्टिफाइड करने की योजना है।
  • गोवा सरकार ने नेसकॉम के साथ मिलकर स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम का संचालन करने की भी तैयारी की है।

पणजी: समंदर के खूबसूरत किनारों और पर्यटन के लिए मशहूर गोवा की नई पहचान स्टार्टअब हब के रूप में बनाने की कवायद शुरू हुई है। यह पहल की है मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने। राजधानी पणजी में गोवा स्टार्टअप कॉन्क्लेव एंड एंटरप्रेन्योरशिप समिट से प्रतिभाशाली युवाओं को जोड़कर इस योजना को आगे चलकर धरातल पर उतारने की तैयारी है। नए स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए सरकार अपनी मौजूदा स्टार्टअप नीति में कई बड़े संशोधन करते हुए नई पॉलिसी 2021 लाने जा रही है। गोवा में कई तरह के इंसेंटिव की सुविधा वाली नई स्टार्टअप पॉलिसी 2021, इस साल के अक्टूबर तक लागू होने की उम्मीद है। इसका ड्राफ्ट तैयार हो चुका है। नई नीति के जरिए गोवा सरकार ने वर्ष 2025 तक राज्य को एशिया में टॉप 25 स्टार्टअप डेस्टिनेशन में स्थान दिलाने का लक्ष्य तय किया है।

टॉप-25 स्टार्टअप डेस्टिनेशन का लक्ष्य

गोवा में फिलहाल 111 स्टार्ट अप बेहतर कार्य कर रहे हैं। अगले तीन वर्षों में 500 से अधिक स्टार्टअप को सर्टिफाइड करने की योजना है। गोवा सरकार के स्टार्टअप प्रमोशन सेल की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में गोवा स्टार्टअप के लिए पसंदीदा स्थान बनता जा रहा है। जिससे सब कुछ ठीक रहा तो वर्ष 2025 तक गोवा को एशिया के शीर्ष 25 स्टार्टअप डेस्टिनेशन की सूची में जगह मिल सकती है।

हाल में मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने एक बयान में गर्व के साथ दावा करते हुए कहा था, भारत के पहले चार राज्यों में गोवा शुमार है, जिसने स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए बकायदा एक पॉलिसी बना रखी है। राज्य सरकार कई जरूरी परिवर्तनों के साथ स्टार्ट अप नीति में संशोधन कर नई पॉलिसी लागू करेगी, जिससे 'नए स्टार्टअप' को काफी लाभ होगा।

गोवा स्टार्टअप प्रमोशन सेल से जुड़े एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत के बयान से संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले समय में गोवा में स्टार्टअप के लिए कई तरह की सहूलियतें मिलेंगी। उन्हें आर्थिक सहायता से लेकर हर तरह के आधारभूत संसाधनों के क्षेत्र में मदद मिल सकती है। मुख्यमंत्री के एजेंडे पर स्टार्टअप प्रमोशन टॉप पर है।

गोवा सरकार ने स्टार्टअप कॉन्क्लेव को 'अंत:प्रेरणा' नाम दिया है। 29 अगस्त और तीन सितंबर को कुल दो दिवसीय इस स्टार्टअप कॉन्क्लेव एंड एंटरप्रेन्योरशिप समिट का आयोजन, गोवा सरकार के स्टार्टअप प्रमोशन सेल और डिपार्टमेंट ऑफ इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी ने किया है। गोवा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने भी इसमें सहयोग किया है। इस कॉन्क्लेव में डिपार्टमेंशन फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड(डीपीआईआईटी), नीति आयोग आदि प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिनिधि हिस्सा लिए हैं।

गोवा सरकार ने नेसकॉम के साथ मिलकर स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम का संचालन करने की भी तैयारी की है। मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत के मुताबिक, गोवा सरकार एक ऐसा इकोसिस्टम बनाने जा रही है, जिससे सभी तरह के स्टार्टअप को लाभ पहुंचेगा। जिससे गोवा के युवा जॉब क्रिएटर(नौकरी प्रदाता) बन सकेंगे। युवाओं को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पडेगा। मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत के मुताबिक, कोविड कॉल में गोवा में कई तरह के स्टार्ट-अप उभरकर सामने आए हैं, जिन्होंने सरकार के स्वयंपूर्ण गोवा(आत्मनिर्भर गोवा) अभियान को ताकत दी है। मुख्यमंत्री के मुताबिक, गोवा में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। सरकार ऐसा माहौल बनाने जा रही है कि यहां के युवाओं को कहीं और स्टार्टअप की संभावनाओं के लिए जाने की जरूरत न पड़े।
 

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