आर्थिक आंकड़े जारी: जानें कितना रहा आयात-निर्यात, खुदरा मुद्रास्फीति और IIP

Government Data: देश में मार्च 2022 में सब्जियों के दाम 11.64 फीसदी बढ़े। वहीं फरवरी 2022 की तुलना में मांस और मछली की कीमत में 9.63 फीसदी का इजाफा हुआ।

Government Data released on Retail inflation, Industrial Production and import export data
आर्थिक आंकड़े जारी: जानें कितना रहा आयात-निर्यात, खुदरा मुद्रास्फीति और IIP (Pic: iStock) 
मुख्य बातें
  • पिछले साल मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति 5.52 फीसदी पर थी।
  • RBI अपनी MPC मीटिंग में खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर गौर करता है।
  • जनवरी-मार्च की तिमाही में खुदरा मुद्रास्फीति औसतन 6.34 फीसदी रही है।

Government Data: सरकारी आंकड़े जारी हो गए हैं। कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था दोबारा प्रगति की राह पर है। मार्च 2022 में देश का निर्यात लगभग 20 फीसदी बढ़ा है, लेकिन इस दौरान खुदरा मुद्रास्फीति भी बढ़ी है। औद्योगिक उत्पादन (IIP) की बात करें, तो यह फरवरी में 1.7 फीसदी बढ़ा। 

पिछले महीने इतना रहा आयात-निर्यात
देश से होने वाला निर्यात (Export) मार्च 2022 में 19.76 फीसदी बढ़कर 42.22 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। बुधवार को जारी वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। मार्च 2021 में देश से कुल 35.26 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था। आंकड़ों के मुताबिक पिछले महीने आयात (Import) 24.21 फीसदी बढ़कर 60.74 अरब डॉलर पर पहुंच गया। समीक्षाधीन महीने में व्यापार घाटा (Trade Deficit) बढ़कर 18.51 अरब डॉलर हो गया।

मार्च में 17 माह के उच्च स्तर पर रही खुदरा मुद्रास्फीति
खाद्य वस्तुओं के दाम चढ़ने से मार्च में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर 6.95 फीसदी पर पहुंच गई। मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। यह खुदरा मुद्रास्फीति का 17 माह का उच्चस्तर है। मुद्रास्फीति अब भी भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है। फरवरी में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 6.07 फीसदी के स्तर पर थी। यह लगातार तीसरा महीना है जबकि खुदरा मुद्रास्फीति छह फीसदी से ऊपर बनी हुई है। इससे पहले अक्टूबर, 2020 में खुदरा मुद्रास्फीति 7.61 फीसदी के उच्चस्तर पर थी। मार्च में खाद्य वस्तुओं के दाम 7.68 फीसदी बढ़े। इससे पिछले महीने खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 5.85 फीसदी थी।

खनन, बिजली क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से 1.7 फीसदी बढ़ा IIP
मुख्य रूप से खनन और बिजली क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से औद्योगिक उत्पादन फरवरी में 1.7 फीसदी बढ़ा। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में फरवरी, 2021 में 3.2 फीसदी की गिरावट आयी थी। सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, खनन क्षेत्र की वृद्धि दर फरवरी, 2022 में 4.5 फीसदी रही जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 4.4 फीसदी की गिरावट आयी थी।

0.8 फीसदी रही विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि
विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि आलोच्य महीने में 0.8 फीसदी रही। जबकि एक साल पहले फरवरी में इसमें 3.4 फीसदी का संकुचन हुआ था। हालांकि, बिजली उत्पादन में वृद्धि बढ़कर 4.5 फीसदी पहुंच गयी जबकि पिछले साल फरवरी में इसमें नाममात्र 0.1 फीसदी की वृद्धि हुई थी। आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 में अप्रैल-फरवरी के दौरान औद्योगिक वृद्धि 12.5 फीसदी रही। जबकि एक साल पहले इसी अवधि में इसमें 11.1 फीसदी की गिरावट आयी थी।
(एजेंसी इनपुट- भाषा)

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