औरंगजेब-गोडसे विवाद पर सियासी संग्रामः JDU नेता का तंज- वीरप्पन, दाउद और माल्या भी देश के बेटे, हैं BJP के प्यारे

Aurangzeb-Nathuram Godse Controversy Row: उन्होंने आगे कहा- अकबर, शाहजहां और औरंगजेब तो इसी मिट्टी में पैदा हुए थे। अगर इन तथ्यों की जानकारी बीजेपी को नहीं है, तब इसका मतलब है कि इतिहास को पढ़ना चाहिए।

Updated Jun 10, 2023 | 12:27 PM IST

तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। (फाइलः IANS/iStock)

Aurangzeb-Nathuram Godse Controversy Row: औरंगजेब (कथित तौर पर क्रूर और कट्टर शासक) और गोडसे (महात्मा गांधी के हत्यारे) को लेकर पनपे विवाद के बीच जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीरज कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को घेरा है। उन्होंने कहा है कि जब गोडसे भारत मां के बेटे हो सकते हैं, तब चंबल के डकैत भी हिंदुस्तान के बेटे हो सकते हैं। दाउद, वीरप्पन और माल्या भी देश के बेटे हैं। ये सारे बीजेपी के प्यारे हो सकते हैं।
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जेडीयू नेता ने शनिवार (10 जून, 2023) को इस बाबत समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "अगर गोडसे जैसे व्यक्ति के भारत मां का सपूत होने का कोई दावा कर रहा है, तब चंबल के डकैत भी भारत मां के बेटे हैं। खूंखार डाकू वीरप्पन भी हैं, अंडरवर्ल्ड डॉन और माफिया दाउद इब्राहिम भी हैं और भारतीय कारोबारी विजय माल्या (आर्थिक अपराधी) भी हैं। ये तो भारत मां के कलंक हैं...जिसने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या कर दी हो और वैसे राष्ट्रपिता की हत्या, जिनके मुंह से 'हे राम!' निकलता हो...।"

बकौल कुमार, "ये आपके प्यारे हो सकते हैं। भाजपा के प्यारे हो सकते हैं...गोडसे, वीरप्पन, दाउद और माल्या, पर भारत मां के अगर प्यारे होंगे तो वे शहीद-ए-आजम भगत सिंह, भारतीय क्रांतिकारी प्रफुल्ल चंद्र चाकी, राम प्रसाद बिसमिल, अशफाक उल्ला खां होंगे। भाजपा के प्यारे, उन्हीं को मुबारक, मगर भारत मां के प्रिय भारत के सपूतों का सम्मान।" उन्होंने आगे कहा- अकबर, शाहजहां और औरंगजेब तो इसी मिट्टी में पैदा हुए थे। अगर इन तथ्यों की जानकारी बीजेपी को नहीं है, तब इसका मतलब है कि इतिहास को पढ़ना चाहिए।

वैसे, इससे पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने गोडसे को भारत का ‘सपूत' बताया था। दंतेवाड़ा में नौ जून, 2023 को उन्होंने कहा था कि वह मुगल शासक बाबर और औरंगजेब की तरह आक्रमणकारी नहीं था क्योंकि वह भारत में पैदा हुआ था, जबकि सात जून को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने यूपी के बलिया में गोडसे को देश भक्त करार दिया था। वहीं, कांग्रेस ने इसके एक रोज पहले दावा किया था कि देश में ‘गांधी बनाम गोडसे’ की वैचारिक लड़ाई चल रही है।
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