Jul 10, 2024
अटलांटिक सागर में 5 लाख स्क्वायर किलोमीटर का एक हिस्सा बरमूडा ट्रायंगल कहलाता है।
Credit: Pixabay/Istock
इसमें पिछले 100 सालों में इसमें 75 हवाई जहाज और 100 से ज्यादा छोटे-बड़े जहाज समा चुके हैं और 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
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यही कारण है कि यह एक मिस्ट्री या रहस्य बना हुआ है। इसे डेविल (राक्षस) ट्रायंगल नाम से भी जाना जाता।
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यह संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वी तट पर मियामी (फ्लोरिडा) से सिर्फ 1770 किलोमीटर और हैलिफैक्स, नोवा स्कोटिया, (कनाडा) के दक्षिण में 1350 किलोमीटर (840 मील) की दूरी पर स्थित है।
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अब इस बीच एक वैज्ञानिक ने दावा किया है कि उसने बरमूडा ट्रायंगल के रहस्य को सुलझा लिया है। इस ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक का नाम कार्ल क्रुजेलनिकिक है।
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वैज्ञानिक का कहना है कि बरमूडा ट्रायंगल के भूमध्य रेखा के पास होने और अमेरिका से नजदीक होने पर यहां ट्रैफिक ज्यादा रहता है।
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उनका कहना है कि मानवीय गलतियां और खराब मौसम की वजह से बरमूडा ट्रायंगल में बड़ी संख्या में जहाज और विमान लापता हुए हैं। इससे ज्यादा और कुछ भी नहीं है।
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इस ट्रायंगल के ऊपर खतरनाक हवाएं चलती हैं और इनकी रफ्तार 170 मील प्रति घंटे रहती है। जब कोई जहाज इस हवा की चपेट में आता है, तो अपना संतुलन खो बैठता है, जिसके कारण उनका एक्सीडेंट हो जाता है।
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वैज्ञानिकों का ये भी कहना है कि बरमूडा ट्रायंगल में बेहद भारी चीजों को अपनी ओर खींच लेने की ताकत बादलों की हेक्सागोनल शेप की वजह से आती है।
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