Aug 9, 2024
बांग्लादेश में हाल ही में काफी कुछ देखने को मिला, वहां की जनता ने इतना भीषण दंगा फसाद किया कि PM Sheikh Hasina को अचानक से देश छोड़ना पड़ गया।
Credit: canva-and-tnn
इसके बाद जो हुआ वो जगजाहिर है, स्थानीय लोग पीएम आवास में घुस गए, पीएम के प्राइवेट चीजों के अलावा जो हाथ लगा उसे चुराया, और घर ले गए।
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अल्पसंख्यक हिंदुओं के मंदिर तोड़े गए, घर जलाया गया और तब भी संतोष न हुआ तो उन्हें भी देश से भागने के लिए मजबूर किया गया।
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बल्कि इनमें से अधिकतर हिंदू ऐसे हैं जो विभाजन के समय से वहीं है, यानी जब बांग्लादेश भारत का हिस्सा था तभी से बहुत से हिंदू वहीं रुक गए थे।
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बांग्लादेश में चल रहे इस नकारात्मक माहौल में एक नई जानकारी हाथ लगी है, वहां कि किताब में भारत के बारे में क्या पढ़ाया जाता है। आप भी जानें
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वहां की bangladesh and global studies class 9-10 नाम की किताब में एक जगह 1971 युद्ध का जिक्र है। जिसमें भारत के बारे में लिखा है कि
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“भारतीय सेना ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में मित्र वाहिनी के तौर पर भाग लिया। पाकिस्तान आर्मी को हराने में उनका योगदान भुलाया नहीं जा सकता है।”
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गौरतलब है कि आज के समय में जो हिस्सा बांग्लादेश नाम से जाना जाता है, उसे 1971 से पहले पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था, क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे में था।
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भारत ने 1971 में पाकिस्तान से युद्ध करके उसे हराया और पूर्वी पाकिस्तान को आजाद किया, और आजादी के बाद से इसे बांग्लादेश नाम से जाना गया।
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यही कारण है कि वहां कि किताबों में इस बात का जिक्र मिलता है कि कैसे भारत ने 1971 में बांग्लादेश को आजाद कराया, उसका साथ दिया।
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