Oct 23, 2023

ये है दुनिया की सबसे पुरानी स्पेशल फोर्स, अमेरिका नहीं इस देश के नाम है यह खिताब

Alok Rao

​ब्रिटेन की स्पेशल फोर्स SAS​

स्पेशल एयर सर्विस (SAS) ब्रिटेन की स्पेशल फोर्स है। डेविड स्टर्लिंग ने 1941 में इस विशेष बल की स्थापना की।

Credit: AP

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पहली स्पेशल फोर्स है SAS

बाद मे इसका गठन एक कोर के रूप में किया गया। इसे दुनिया की पहली स्पेशल फोर्स माना जाता है।

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अमेरिका ने भी बनाई स्पेशल फोर्स

बाद में इसी की तर्ज पर अन्य देशों में स्पेशल फोर्स का चलन बढ़ा। अमेरिका सहित अन्य देशों ने अपनी स्पेशल फोर्स बनाई।

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SAS के नाम हैं कई उपलब्धियां

आतंक विरोधी अभियान, बंधक संकट से निपटने और बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य SAS करता आया है।

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SAS की गतिविधियां गोपनीय

SAS के अभियानों के बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है, इसके अभियान गोपनीय रखे जाते हैं।

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भारत के मार्कोस

SAS की तरह अमेरिका की डेल्टा फोर्स और भारत के मार्कोस की गिनती स्पेशल फोर्स में होती है।

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मार्कोस का लोगो​

भारतीय नौसेना के मार्कोस के लोगो पर SAS जैसा ही निशान है।

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SAS के चार स्क्वाड्रन

ब्रिटेन के पास SAS के चार स्क्वाड्रन ए, बी, डी और जी हैं। प्रत्येक स्क्वाड्रन में कमांडोज की संख्या करीब 65 है।

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SAS में साल में 2 बार भर्ती

SAS में ज्यादातर रॉयल मरीन्स एवं पैराशूट रेजीमेंट के जवान होते हैं। इसके लिए साल में दो बार भर्ती चलती है।

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