Apr 8, 2024
हमारे घरों में जितने भी बिजली के अप्लाएंसेस होते हैं, ज्यादातर थ्री पिन प्लग वाले होते हैं।
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बिजली का फ्लो जब प्लस और माइनस से होता है, तो फिर तीसरे पिन का क्या काम होता है।
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थ्री प्लग में दो पिन का आकार एक बराबर होता है, लेकिन तीसरी पिन दोनों से मोटी होती है।
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इस पिन को सामान्य तौर पर एक हरे रंग के तार से जोड़ दिया जाता है। इस तार को अर्थ का तार कहते हैं।
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तीसरी पिन और हरे रंग के तार में सामान्य स्थितियों में कोई भी बिजली का फ्लो नहीं होता है।
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इस तार का एक सिरा जिस बिजली के उपकरण का आप इस्तेमाल कर रहे होते हैं उससे जुड़ा होता है।
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वहीं हर रंग के तार वाला पिन प्लग के जरिए जिस प्वाइंट से जुड़ता है, उसे अर्थिंग से जोड़ देता है।
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अगर अर्थिंग के जरिए किसी की बॉडी में करंट प्रवाहित होने लगता है तो बिजली का झटका लगेगा, लेकिन यह ज्यादा खतरनाक नहीं होगा।
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ज्यादा लोड वाले उपकरण, जैसे एसी, टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन आदि के लिए 3 पिन वाला प्लग इस्तेमाल किया जाता है।
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