Mar 5, 2024
गुरुग्राम के एक रेस्टोरेंट में ड्राई आइस खाने से पांच लोग खून की उल्टी करने लगे।
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आखिर ये ड्राई आइस क्या होती है, जिसे खाने के बाद लोगों को खून की उल्टी शुरू हो गई।
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ड्राई आइस कार्बन डाई ऑक्साइड का ठोस रूप होता है। इसका इस्तेमाल कूलिंग एजेंट के रूप में किया जाता है।
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मेडिकल से लेकर फूड इंडस्ट्री में इसका इस्तेमाल हो रहा है। यह एकदम सूखी बर्फ की तरह होती है।
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नॉर्मल बर्फ का तापमान माइनस 2-3 डिग्री होता है, लेकिन ड्राई आइस का तापमान माइनस 80 डिग्री तक होता है।
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नॉर्मल बर्फ अधिक टेंपरेचर में पिघलती है, लेकिन ड्राई आइस पिघलने की बजाय धुआं बनकर उड़ने लगती है।
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इसे बनाने से पहले कार्बन डाई ऑक्साइड को 109 डिग्री फॉरेनाइट तक ठंडा करके कम्प्रेस किया जाता है।
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इससे यह गैस बर्फ बन जाती है और फिर इसे छोटे या बड़े टुकड़ों में बदल दिया जाता है।
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ड्राई आइस काफी ज्यादा ठंडी होती है, इस वजह से इससे शरीर की कोशिकाएं मरने लगती हैं।
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