Jul 19, 2023
देश का सबसे बड़ा बैंक शुरू से सरकार के अधीन नहीं था। वह कभी प्राइवेट बैंक की तरह काम करता था।
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अंग्रेजो ने व्यापार के लिए बंगाल, मद्रास और बांबे प्रेसिडेंसी में तीन बैंक बनाए।
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साल 1806 में बैंक ऑफ बंगाल, 1840 बैंक ऑफ बांबे और 1843 में बैंक ऑफ मद्रास का गठन हुआ।
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साल 1921 में बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ बांबे और बैंक ऑफ मद्रास का विलय कर इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया का गठन हुआ।
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इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया के गठन के बाद, वह पूरे ब्रिटिश राज में सेंट्रल बैंक के रूप में काम करने लगा
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साल 1935 एक्ट के तहत आरबीआई का गठन हुआ । और उसके बाद इंपीरियल बैंक का रोल बदल गया।
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आजादी के बाद इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया के राष्ट्रीयकरण की मांग उठने लगी।
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साल 1955 में नए कानून के तहत इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया का सरकार ने राष्ट्रीयकरण कर दिया और देश को भारतीय स्टेट बैंक मिला।
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