Nov 30, 2022
ओल्ड पेंशन स्कीम में पेंशन के लिए सैलरी से कोई कटौती नहीं होती है। साथ ही जनरल प्रोविडेंट फंड की सुविधा है।
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ओल्ड पेंशन स्कीम में रिटायरमेंट के समय अंतिम बेसिक सैलरी के 50 फीसदी तक निश्चित पेंशन मिलती है।
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ओल्ड पेंशन स्कीम में में 6 महीने के बाद मिलने वाला महंगाई भत्ता लागू होता है। साथ ही रिटायरमेंट के बाद 20 लाख रुपए तक ग्रेच्युटी मिलती है।
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ओल्ड पेंशन स्कीम में सर्विस के दौरान मौत होने पर फैमिली पेंशन का प्रावधान है। साथ ही रिटायरमेंट पर जीपीएफ के ब्याज पर किसी प्रकार का इनकम टैक्स नहीं लगता है।
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न्यू पेंशन स्कीम में कर्मचारी के सैलरी से 10 फीसदी की कटौती होती है। साथ ही इसमें जनरल प्रोविडेंट फंड की सुविधा को नहीं जोड़ा गया है।
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न्यू पेंशन स्कीम शेयर बाजार आधारित है। न्यू पेंशन स्कीम में 6 महीने के बाद मिलने वाला महंगाई भत्ता लागू नहीं होता है।
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न्यू पेंशन स्कीम में रिटायरमेंट के समय ग्रेच्युटी का अस्थाई प्रावधान है। साथ ही सर्विस के दौरान मौत होने पर फैमिली पेंशन मिलती है, लेकिन योजना में जमा पैसे सरकार जब्त कर लेती है।
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न्यू पेंशन स्कीम में रिटायरमेंट पर शेयर बाजार के आधार पर जो पैसा मिलेगा, उस पर टैक्स देना पड़ता है। रिटायरमेंट पर पेंशन प्राप्ति के लिए एनपीएस फंड से 40 फीसदी पैसा इन्वेस्ट करना होता है।
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