Nov 16, 2023
जब भी हम पेट्रोल-डीजल भरवाने जाते हैं, तो पंप पर लगी मशीन के जीरो पर हमारी नजर जमी रहती है।
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लेकिन पट्रोल पंप पर खेल दूसरे मीटर से होता है, जो घनत्व को बताता है। जिसे हम नहीं देखते।
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दूसरे मीटर के जरिए ही रिटेलर्स पेट्रोल-डीजल में मिलावट कर लोगों की जेब काट लेते हैं।
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पेट्रोल-डीजल के घनत्व (Density) वाले मीटर से पता चलता है कि फ्यूल कितना प्योर है।
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अगर पेट्रोल-डीजल का घनत्व स्टैंडर्ड के हिसाब से नहीं है, तो गाड़ी के इंजन के नुकसान पहुंचता है।
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पेट्रोल पंप पर रिटेलर्स रीफिलिंग के बाद घनत्व को अपडेट करते हैं।
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ऐसे में जब भी फ्यूल भरवाने जाएं, तो जीरो मीटर के साथ-साथ घनत्व वाले मीटर पर भी नजर रखें।
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डीजल के लिए 820-880 और पेट्रोल के लिए 730 से 770 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर का घनत्व शुद्ध माना जाता है।
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