Aug 1, 2023
क्रिकेट में गोल्डन डक वो होता है जब कोई भी बल्लेबाज अपनी पहली ही लीगल गेंद पर शून्य पर आउट हो गए।
Credit: AP
सिल्वर डक आउट वो होता है जब बल्लेबाज अपनी पारी की दूसरी ही गेंद पर शून्य पर आउट हो गए।
Credit: AP
किसी भी प्रारूप में जब कोई बल्लेबाज अपनी तीसरी गेंद पर शून्य पर आउट होता है तो उसको ब्रॉन्ज डक कहा जाता है। ये किसी मेडल कैटेगरी की तरह ही है।
Credit: AP
ये सबसे दिलचस्प है। जब कोई बल्लेबाज बिना कोई गेंद खेले ही आउट हो जाए। यानी रन आउट होकर शून्य का स्कोर साथ लेकर पवेलियन लौटे तो उसे डायमंड डक कहा जाता है।
Credit: AP
नाम से तो शाही लगता है लेकिन है नहीं। रॉयल डक वो होता है जब कोई ओपनर अपनी टीम की पारी की पहली ही गेंद पर आउट हो जाए। तब वो गोल्डन और रॉयल डक दोनों होगा।
Credit: AP
जब कोई बल्लेबाज अपनी टीम की पारी की आखिरी गेंद खेल रहा हो और उस पर शून्य पर आउट हो जाए। तो उसे लाफिंग डक कहा जाता है।
Credit: AP
जब टेस्ट मैच में कोई बल्लेबाज दोनों पारियों में शून्य पर आउट हो जाए, भले ही वो पहली गेंद पर ना हो, तो उसे पेयर डक कहते हैं।
Credit: AP
जब कोई बल्लेबाज टेस्ट मैच की दोनों ही पारियों में अपनी पहली गेंद पर शून्य पर आउट हो जाए, तो उसे किंग पेयर डक आउट कहते हैं। इस तरह क्रिकेट में इन 8 तरह के डक आउट के शब्दों का उपयोग किया जाता है, खासतौर पर कुछ कमेंटेटर्स द्वारा।
Credit: ICC/Twitter
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 14 बार गोल्डन डक (पहली गेंद पर आउट) का शिकार श्रीलंका के पूर्व खिलाड़ी मुथैया मुरलीथरन हुए हैं।
Credit: AP
वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक गोल्डन डक का रिकॉर्ड श्रीलंका के पूर्व खिलाड़ी लसिथ मलिंगा के नाम दर्ज है जो 13 बार पहली गेंद पर आउट हुए।
Credit: ICC/Facebook
Thanks For Reading!
Find out More