Garuda Purana: मरने के बाद आत्मा के साथ क्या-कुछ होता है जानकर दंग रह जाएंगे आप
लवीना शर्मा
ऐसे निकलते हैं शरीर से प्राण
गरुड़ पुराण के अनुसार जिस समय मनुष्य की मृत्यु होने वाली होती है वो बोलने की कोशिश करता है लेकिन बोल नहीं पाता है। उस समय शरीर से अंगूठे के बराबर आत्मा निकलती है।
Credit: iStock
कहां जाती है आत्मा
गरुड़ पुराण के अनुसार जैसे ही शरीर से आत्मा निकलते ही यमदूत उसे पकड़कर यमलोक ले जाते हैं। जहां तक जाने के रास्ता बहुत कठिन होता है।
Credit: iStock
यमराज के दूत करते हैं प्रताड़ित
यमराज के दूत आत्मा को यमलोक तक ले जाते हुए डराते हैं और उसे नरक में मिलने वाले दुखों के बारे में बताते हैं। यमदूतों की बातें सुनकर आत्मा जोर-जोर से रोने लगती है।
Credit: iStock
कैसे होता है यमलोक का रास्ता?
गरुड़ पुराण के अनुसार यमलोक का रास्ता 99 हजार योजन होता है। आत्मा को तपती हवा और गर्म बालू से होकर गुजरना पड़ता है। चलते-चलते आत्मा भूख-प्यास से व्याकुल हो जाती है। तब यमदूत उसकी पीठ पर चाबुक मारते हुए उसे आगे बढ़ने के लिए कहते हैं।
Credit: iStock
You may also like
आपकी राशि के ये हैं इष्टदेव, इनकी पूजा स...
ऐसे कौन से ग्रह योग हैं जिसके कारण एक कि...
बड़ी कठिनाई से आत्मा पहुंचती है यमलोक
आत्मा यमलोक तक जाते हुए जगह-जगह गिरती है और कभी बेहोश हो जाती है। फिर वो उठ कर आगे की ओर बढ़ने लगती है। इस प्रकार यमदूत जीवात्मा को यमलोक ले जाते हैं।
Credit: iStock
यमलोक में कर्मों का होता है हिसाब
जैसे ही आत्मा यमलोक पहुंच जाती है उसके बाद उस आत्मा को उसके कर्मों के हिसाब से सजा देना निश्चित होता है। इसके बाद वे जीवात्मा यमराज की आज्ञा से फिर से अपने घर आती है।
Credit: iStock
आत्मा की होती है घर वापसी
कहा जाता है कि घर आकर आत्मा फिर से शरीर में प्रवेश करने की कोशिश करती है लेकिन यमदूत के बंधन से मुक्त नहीं हो पाती और भूख-प्यार से तड़पती रहती है।
Credit: iStock
इस वजह से इधर-उधर भटकती रहती है आत्मा
कहते हैं जब तक जीवात्मा के पुत्र परिजन पिंडदान नहीं करते हैं तब तक वह प्रेत बन जाती है और जंगलों और सुनसान जगह भटकती रहती है। इसलिए मृत्यु के बाद 10 दिन के अंदर पिंडदान जरूर कर देना चाहिए।
Credit: iStock
कैसा होता है नरक
गरुड़ पुराण अनुसार बुरे कर्म करने वाले लोगों को नरक में कड़ी सजा दी जाती है। लोहे के ज��ते हुए तीर से इन्हें बींधा जाता है। लोहे के तीर में पाप करने वालों को पिरोया जाता है। कई आत्माओं को लोहे की बड़ी चट्टान के नीचे दबाकर सजा दी जाती है। किस आत्मा को कैसी सजा मिलेगी ये उसके कर्म निश्चित करते हैं।
Credit: iStock
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स
Next: आपकी राशि के ये हैं इष्टदेव, इनकी पूजा से खुल जाएगी किस्मत