Jul 18, 2023
हनुमान जी चिरंजीवी हैं और उन्होंने स्वयं एक रामायण लिखी जिसे हनुमाद रामायण कहा जाता है।
Credit: twitter-com/IndiaTales7
हनुमान जी भगवान शिव के ग्यारहवें रुद्र अवतार हैं और इसी वजह से सावन में बजरंगीबली की पूजा का विशेष महत्व है।
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हनुमान जी ने राम और लक्ष्मण जी को राक्षस अहिरावण से बचाने के लिए पंचमुखी अवतार धारण किया था।
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एक बार हनुमान जी ने प्रभु श्री राम की दीर्घायु के लिए अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया था। तभी से हनुमान जी को केसरी सिंदूर लगाने की परंपरा है।
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हनुमान जी के परिवार के बारे में कम लोग जानते हैं। आपको बता दें कि हनुमान जी का एक पुत्र था मकरध्वज, जिसका जन्म उनके पसीने से हुआ था।
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जब यमराज प्रभु राम के प्राण लेने आए तो वह हनुमान जी के डर के मारे अयोध्या में प्रवेश नहीं कर पा रहे थे। तब श्रीराम ने एक चाल चलकर हनुमान जी को अपनी अंगूठी तलाशने एक सुरंग में भेज दिया था जोकि नाग लोक जाती थी।
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सूर्य नमस्कार की उत्पत्ति का श्रेय हनुमान जी को ही जाता है।
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हनुमान जी के अनेकों नाम हैं। उनके बचपन का नाम मारुति था।
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बहुत कम लोग जानते हैं कि अतुलित बलशाली भगवान हनुमान कमाल के गायक भी थे।
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