Sep 19, 2024
सूर्य के सबसे करीब ग्रहों में बुध, शुक्र, पृथ्वी और मंगल शामिल हैं, जिन्हें आंतरिक ग्रह कहा जाता है।
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सोलर सिस्टम में मंगल ग्रह के बाद एक ऐसा ग्रह आता है जिसे एस्टेरॉयड बेल्ट कहते हैं। यह 14 करोड़ 9 लाख क्षेत्र में फैला है, जहां पर करोड़ो एस्टेरॉयड सूर्य की परिक्रमा करते हैं।
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एस्टेरॉयड बेल्ट के बाद बाहरी ग्रहों की दुनिया आती है जिसमें बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेप्चूयन ग्रह आते हैं। इनके बाद प्लूटो आता है, जो कभी सौरमंडल का नौवां घर हुआ करता था, लेकिन अब वह एक बौना ग्रह है।
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हमें ऐसा लगता था कि सौरमंडल का आखिरी छोर प्लूटो को होगा, लेकिन बौना ग्रह हमारा आखिरी छोर नहीं है। इसके आगे भी रहस्यमयी वस्तुएं मौजूद हैं।
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कुइपर बेल्ट में लाखों की संख्या में छोटी और बड़ी आसमानी वस्तुएं मौजूद हैं, जो सूर्य की परिक्रमा करती हैं।
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जी, नहीं। कुइपर बेल्ट हमारे सौरमंडल का आखिरी छोर नहीं है। हमारे सौरमंडल में विज्ञान के नियम नहीं चलते हैं, बल्कि अंतरिक्ष के अपने अलग ही नियम चलते हैं।
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कुइपर बेल्ट के आगे सूर्य के चारो ओर मौजूद एक सुरक्षात्मक बुलबुला है, जो ब्रह्मांड की दूसरे खतरनाक रेडिएशन से ग्रहों की रक्षा करता है। दरअसल, हेलिओस्फियर सौर वायु से बनती है।
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हमारे सौरमंडल के बाहरी हिस्से में मौजूद बर्फीली वस्तुओं को ऊर्ट क्लाउड कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब ग्रह बने होंगे तो उनके गुरुत्वाकर्षण की वजह से बर्फीली चीजें सूर्य से दूर चली गईं और ऊर्ट क्लाउड बने।
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