Feb 22, 2024
योगी आदित्यनाथ भारत के बेहद चर्चित और लोकप्रिय नेताओं में शुमार हो चुके हैं। फिलहाल उनके हाथों में देश के सबसे बड़े सूबे यूपी की बागडोर है।
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योगी आदित्यनाथ के लाइफस्टाइल की बात करें तो वह संन्यासियों का सादा जीवन जीते हैं। योगी नाथ संप्रदाय से आते हैं।
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नाथ संप्रदाय को किसी भी जाति, वर्ण का इंसान किसी भी उम्र में अपना सकता है। इस संप्रदाय से जुड़ने के बाद 7 से 12 साल की कठोर तपस्या के बाद ही संन्यासी को दीक्षा दी जाती है।
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सीएम योगी ने भी दीक्षा ली है और इसके बाद से ही कठोर नियमों का पालन कर रहे हैं। सीएम नाथ संप्रदाय के सभी नियमों को अपनी जीवन शैली में उतार चुके हैं।
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ये नाथ संप्रदाय की जीवनशैली ही है कि योगी आदित्यनाथ काला जनेऊ पहनते हैं। काले ऊन के इस जनेऊ को 'सिले' कहते है।
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जनेऊ के अलावा योगी आदित्यनाथ कानों में कुंडल धारण करते हैं। नाथ संप्रदाय में कान छिदवाने का मतलब होता है- कष्ट सहने की शक्ति, दृढ़ता और वैराग्य की ताकत का होना।
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उत्तराखंड के क्षत्रीय परिवार में जन्मे योगी आदित्यनाथ का नाम अजय सिंह बिष्ट था। लेकिन नाथ संप्रदाय से जुड़ने के बाद वह योगी आदित्यनाथ हो गए।
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योगी आदित्यनाथ ने 22 साल की उम्र में परिवार त्याग दिया था और गोरखपुर के गोरखनाथ मठ को अपना निवास बना लिया।
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गोरखनाथ मंदिर में लोगों की बहुत आस्था है। हर साल मकर संक्राति पर धर्म और जाति की बेड़ियां तोड़ लोग बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने आते हैं।
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