Jun 29, 2024
गुलजार ने अपनी कलम से ऐसा जादू बिखेरा है कि नज्मों की दुनिया में वह हमेशा के लिए अमर हो चुके हैं।
Credit: facebook
गुलजार ने बारिश पर भी कई शेर लिखे हैं। ये शेर आपको वाह वाह करने पर मजबूर देंगे।
Credit: facebook
Credit: facebook
Credit: facebook
यह बारिश गुनगुनाती थी इसी छत के मुंडेरों पर, ये घर की खिड़कियों के कांच पर उंगली से लिख जाती थीं संदेशें..
Credit: facebook
बारिश में कुछ लंबे हो जाते हैं कद भी लोगों के, जितने ऊपर हैं उतने ही पैरों के नीचे पानी में..
Credit: facebook
ख़ुश्क था तो रास्ते में टिक टिक छतरी टेक के चलते थे, बारिश में आकाश पे छतरी टेक के टप टप चलते हैं!
Credit: facebook
Credit: facebook
Credit: facebook
Thanks For Reading!