Oct 15, 2022

कौन हैं प्रो. GN साईबाबा, जिनकी खुशी 24 घंटे में हुई काफूर

किशोर जोशी

हाईकोर्ट ने दिया था साईबाबा के पक्ष में फैसला

बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर बेंच ने शुक्रवार को साईबाबा समेत सभी 5 आरोपियों की रिहाई का आदेश दिया तो महाराष्ट्र सरकार इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चले गई थी।

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2015 में गिरफ्तार हुए थे साईबाबा

साईंबाबा, पोलियो से संबंधित बीमारी से पीड़ित और एक व्हीलचेयर से चलने वाले प्रोफेसर हैं जिन्हें 2015 में यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया गया था।

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कोर्ट ने 2017 में माना था दोषी

मार्च 2017 में, महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले की एक सत्र अदालत ने उन्हें देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने की गतिविधियों में शामिल होने का दोषी करार दिया था और आजीवन करावास की सजा सुनाई

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हाईकोर्ट पहुंचे थे साईबाबा

कोर्ट के फैसले के बाद साईबाबा को नागपुर सेंट्रल जेल में बंद किया गया था। जिसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

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जेएनयू के छात्र हेम मिश्रा को भी पाया था दोषी

साईंबाबा के अलावा जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (JNU) के छात्र हेम मिश्रा को भी माओवादियों के साथ संबंधों के चलते गिरफ्तार किया गया था।

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हाईकोर्ट ने किया था बरी

हेम मिश्रा उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले से ताल्लुक रखते हैं और उन्हें वहीं से गिरफ्तार किया गया था।

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