Aug 11, 2023

​​भारत माता से इतना प्यार, हंसते-हंसते 18 साल में ही फांसी पर झूल गए थे ये क्रांतिक्रारी​

Ramanuj Singh

15 साल की उम्र में ही अंग्रेजों से लोहा लेने उतरे थे खुदीराम बोस

खुदीराम बोस 15 साल की उम्र में अंग्रेजों के खिलाफ लोहा लेने उतर गए थे। 1906 में खुदीराम बोस अंग्रेजों के खिलाफ पर्चे बांटने लग गए थे।

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अंग्रेज अफसर के मुंह पर मारा था घूसा

खुदीराम ने अंग्रेज अफसर के मुंह पर घूंसा मार दिया था। अंग्रेज सिपाहियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।

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आज की ताजा खबर

मिली थी 15 कोड़े की सजा

पहली बार देश के लिए खुदीराम बोस गिरफ्तार हुए। जज ने 15 साल के खुदीराम को 15 कोड़े मारने की सजा सुनाई थी।

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जज को मारने की बनाई थी योजना

इसके बाद भारतीयों पर अत्याचार करने वाले जज डगलस किंग्सफोर्ड को मारने का प्लान बनाया गया।

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खुदीराम बोस को मिली थी जज को मारने की योजना

अत्याचारी जज को मारने की जिम्मेदारी खुदीराम बोस और उनके साथियों को दी गई।

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पार्सल बम की योजना सफल नहीं हुई

खुदीराम बोस और फ्रफुल्ल चाकी ने एक पार्सल में बम से डगलस को मारने की योजना बनाई थी। लेकिन सफल नहीं हुए।

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फिर बग्गी के अंदर बम फेंका

मुजफ्फरपुर में दोनों क्रांतिकारियों ने किंग्सफोर्ड की बग्घी के अंदर बम फेंक दिया। लेकिन वह बच गया और एक महिला की मौत हो गई।

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गिरफ्तार कर लिए गए खुदीराम बोस

खुदीराम बोस बचने के लिए भागे लेकिन बाद में गिरफ्तार कर लिए गए।

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​​18 साल की उम्र में 11 अगस्त 1908 को दे दी गई फांसी ​

इस तरह भगत सिंह के पहले खुदीराम बोस को 18 साल की उम्र में 11 अगस्त 1908 को फांसी दे दी गई।

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