Nov 26, 2023

भारत के स्पेस सेक्टर को ऐसा देखना चाहते हैं इसरो प्रमुख

Alok Rao

अनावश्यक नियंत्रण हटे

इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने कहा है कि अंतरिक्ष क्षेत्र के विकास के लिए अनावश्यक नियंत्रण हटाए जाने की जरूरत है।

Credit: isro

यहां पढ़ें आज की बड़ी खबरें

​निजी क्षेत्र की भूमिका को रेखांकित किया

सोमनाथ ने अंतरिक्ष क्षेत्र के विकास में निजी क्षेत्र की भूमिका को रेखांकित किया, जिसने भारत की उपग्रह निर्माण क्षमताओं को काफी बढ़ाया है।

Credit: isro

​3,000 करोड़ रुपये का बजट

इसरो में केवल 17,000 लोग हैं और 13,000 करोड़ रुपये का बजट है।’

Credit: isro

अब 130 से अधिक स्टार्टअप

उन्होंने कहा कि भारत में अंतरिक्ष क्षेत्र में अब 130 से अधिक स्टार्टअप हैं, जिनमें से कुछ कंपनियों में 400 से 500 कर्मचारी हैं।

Credit: isro

​इसरो की तुलना में बेहतर वेतन

सोमनाथ ने कहा, ‘उनमें से कुछ इसरो की तुलना में बेहतर वेतन दे रहे हैं, और इसरो से सेवानिवृत्त वैज्ञानिकों की वहां काफी मांग है।’

Credit: isro

कारोबार बड़ा सकता है इसरो

इसरो प्रमुख ने कहा कि उपग्रह विनिर्माण के लिए भारत के एक उत्कृष्ट केंद्र के रूप में उभरने की संभावना है और यह इसके कारोबार में अपनी मौजूदगी बढ़ा सकता है।

Credit: isro

अंतरिक्ष विज्ञान में प्रगति ठीक है​

उन्होंने कहा, ‘प्रौद्योगिकी विकास और अंतरिक्ष विज्ञान में प्रगति ठीक है, लेकिन कारोबार महत्वपूर्ण है।’

Credit: isro

​उपग्रह विदेशों से प्रक्षेपित न हों​

सोमनाथ ने कहा, ‘हम नहीं चाहते कि उनके उपग्रह विदेशों से प्रक्षेपित किए जाएं। हम चाहते हैं कि वे हमारे प्रक्षेपण केंद्रों का उपयोग करें।

Credit: isro

भारत से हो प्रक्षेपण

उन्होंने कहा, 'हम चाहते हैं कि वे उपग्रह यहां बनाएं; वे जो भी प्रौद्योगिकी चाहते हैं ला सकते हैं, लेकिन यहां विनिर्माण करें और यहां से उनका प्रक्षेपण करें।’

Credit: isro

Thanks For Reading!

Next: Vande Bharat और होगी एडवांस, आएगा फ्लाइट जैसा आनंद!