Dec 2, 2022
विधवाओं का गांव मकबूलपुरा, पंजाब के अमृतसर में स्थित है। इस गांव में सुहागन महिलाएं बहुत ही कम देखने को मिलती हैं। (फोटो- Pixabay)
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मकबूलपूरा में मौत ने ऐसा तांडव खेला कि हर किसी ने अपने को खो दिया। किसी ने पति खोया, किसी ने भाई, किसी मां की गोद उजड़ गई तो कोई पिता, बुढ़ापे में अकेला रह गया।
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पंजाब में सबसे ज्यादा ड्रग्स ने यहीं कहर बरपाया है। नशे की लत में युवा ऐसे डूबे कि मौत को गले लगा बैठे। मकबूलपुरा एक तरह से महिलाओं के लिए श्राप की तरह की है। (फोटो- Pixabay)
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पंजाब में ड्रग्स पाकिस्तान से तस्करी करके लाया जाता है। अफगानिस्तान में तैयार हुआ ड्रग्स अंतर्राष्ट्रीय तस्करों के जरिए पंजाब पहुंचता है।
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पंजाब में ड्रग्स से हर दूसरे दिन एक युवा की मौत हो जाती है। यही कारण है कि मकबूलपुरा जैसा गांव विधवाओं का गांव कहा जाने लगा है। यहां उन युवाओं की संख्या काफी कम है, जिन्होंने अपने आप को ड्रग्स की चपेट में आने से बचा रखा है। (फोटो- Pixabay)
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एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पंजाब में हर सातवां व्यक्ति ड्रग्स ले रहा है। राज्यभर में हर दिन युवा करीब 17 करोड़ रुपये ड्रग्स पर खर्च कर देते हैं। (फोटो- Pixabay)
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मकबूलपुरा जैसे गांव में जब युवा नशे की चपेट में आते हैं तो वो इसके लिए कुछ भी कर जाते हैं। कई घरों के तो दरवाजे तक गायब हो रखे हैं, जिसे ड्रग्स खरीदने के लिए अपनों ने ही बेच दिया है। (फोटो- Pixabay)
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पंजाब किस कदर ड्रग्स में डूबा हुआ है, उसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि गांवों में कई जगह आपको सिरिंज और सूई बिखरे मिलेंगे। इनका उपयोग युवा ड्रग्स लेने के लिए करते हैं। (फोटो- Pixabay)
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