Nov 23, 2023
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घोल मछली (Ghol fish)को गुजरात की आधिकारिक मछली घोषित किया है। आइए जानते हैं ये मछली क्यों है इतनी खास।
Credit: Social-Media
घोल मछली भारत में पाई जाने वाली सबसे बड़ी मछली में से एक है। ये इतनी महंगी है कि इसे बेचकर यूरोप का ट्रिप तक किया जा सकता है।
Credit: Social-Media
यह मछली गुजरात और महाराष्ट्र के समुद्री इलाकों में सुनहरे-भूरे रंग में पाई जाती है।
Credit: Social-Media
ये मछली बेहद महंगी होती है और अपने मांस और एयर ब्लैडर के कारण इसकी जबरदस्त मांग है। खास तौर पर ब्लैडर लाखों रुपये में बिकती है और चीन में इसकी बेहद मांग है।
Credit: Social-Media
घोल मछली का इस्तेमाल बीयर और वाइन बनाने के लिए किया जाता है और इसके एयर ब्लैडर का उपयोग फार्मास्यूटिकल्स में किया जाता है।
Credit: Social-Media
घोल मछली का मांस और एयर ब्लैडर अलग से बेचा जाता है, एयर ब्लैडर मुंबई से निर्यात किया जाता है। एक किलो ब्लैडर की कीमत 25 हजार रुपये तक होती है।
Credit: Social-Media
घोल मछली की लंबाई लगभग डेढ़ मीटर होती है। घोल मछली जितनी लंबी होगी, उसकी कीमत उतनी ही अधिक होगी।
Credit: Social-Media
अच्छी लंबाई वाली घोल मछली की कीमत 5 लाख रुपये तक हो सकती है। जो मछुआरे घोल मछली पकड़ लेते हैं, वे सालाना लाखों कमा सकते हैं।
Credit: Social-Media
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स