Jul 31, 2023
By: Alok RaoCredit: BCCL
इस इंटरव्यू में वाजपेयी ने बहमुत न मिलने की कसक, विपक्ष की राजनीति एवं अपनी सरकार की नीतियों के बारे में विस्तार से चर्चा की।
Credit: BCCL
इस सवाल पर कि पीएम बनने के बाद वह कैसा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ अटपटा सा लग रहा है।
Credit: BCCL
वाजपेयी ने कहा कि जनादेश मिला है लेकिन स्पष्ट नहीं है। अन्य दलों की तुलना में स्थिति अच्छी है लेकिन इतनी अच्छी नहीं है कि अपने दम पर सरकार बना सकें।
Credit: BCCL
वाजपेयी ने कहा कि पीएम बनने बाद मिलीजुली भावनाएं हैं। बहुमत जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। बहुमत के लिए अनैतिक तरीके नहीं अपनाएंगे। खरीद-फरोख्त का काम नहीं होगा।
Credit: BCCL
भाजपा नेता ने आगे कहा कि अगर संसद के सदस्य अपने विवेक से ऐसा समझते हैं कि जनादेश भाजपा के साथ गया है और उसे एक मौका देना चाहिए तो हमें अपना बहुमत सिद्ध करने में कठिनाई नहीं होगी।
Credit: BCCL
'मुझे भरोसा है कि लोकसभा का सदस्य अपने विवेक से निर्णय लेगा। भारत के मुस्लिमों को संशय में रहने की जरूरत नहीं है। उन्हें अलग-थलग रहने की जरूरत नहीं है।'
Credit: BCCL
'विपक्ष की मुस्लिम वोट बैंक पर नजर है। ऐसे दल न तो मुस्लिमों का और न ही देश का भला कर रहे हैं। इस देश में हिंदू अगर सांप्रदायिक हो गया तो धर्मनिरपेक्षता कैसे बचेगी।'
Credit: BCCL
'सुरक्षा की वजह से मैं बहुत बंधा हुआ महसूस करता हूं। इतनी सुरक्षा की क्या जरूरत है। उचित प्रबंध ठीक है लेकिन इसमें दिखावा नहीं होना चाहिए।'
Credit: BCCL
Thanks For Reading!