Apr 6, 2024
कोलेस्ट्रॉल एक मोम जैसा चिपचिपा पदार्थ होता है, जो रक्त को कैरी करने और पूरे शरीर में ले जाने के लिए आवश्यक है।
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रक्त में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं, एचडीएल और एलडीएल। एचडीएल को गुड कोलेस्ट्रॉल मानते हैं और एलडीएल को बैड कोलेस्ट्रॉल माना जाता है।
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रक्त में दोनों ही कोलेस्ट्रॉल का संतुलन जरूरी है। हालांकि,बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा थोड़ी ज्यादा होती है। लेकिन दोनों में बहुत ज्यादा अंतर नहीं होना चाहिए।
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अगर नसों में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है, तो इससे नसों में प्लाक जमा होता है और नसों में ब्लॉकेज की समस्या हो सकती है। यह हृदय रोगों का प्रमुख जोखिम कारक है।
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डाइट में हेल्दी फैट्स की कमी और अनहेल्दी फूड्स से भरपूर फूड्स अधिक होना, तला-भुना, जंक और प्रोसेस्ड फूड्स,चिप्स-नमकीन आदि सभी कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते हैं।
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जिन लोगों के परिवार में किसी को यह समस्या रही है, अनहेल्दी डाइट लेते हैं और शारीरिक रूप से एक्टिव नहीं रहते हैं।
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घी एक हेल्दी फैट है। दिन में 1-2 चम्मच घी खाने अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। सीमित मात्रा में घी खाने से कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता है। हालांकि ये कैलोरी से भरपूर फूड है, अधिक सेवन से बचें।
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कोलेस्ट्रॉल रोगी कम कैलोरी खाएं। हेल्दी फैट्स डाइट में शामिल करें। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स खाएं। अनहेल्दी खाने से बचें।
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एक्सरसाइज खराब कोलेस्ट्रॉल कम करने और अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने में बहुत प्रभावी है। रोज 340-45 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें।
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