Mar 7, 2023
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने (5 मार्च) को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास में चार वर्षीय बैचलर ऑफ साइंस (बीएस) पाठ्यक्रम शुरू किया।
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यह चार वर्षीय बैचलर ऑफ साइंस (बीएस) की पढ़ाई Electronic Systems में होगी, और पूरी तरह से ऑनलाइन रहेगी।
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यह अपने आप में खास इसलिए है क्योंकि इसमें छात्र संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) में उपस्थित हुए बिना प्रवेश ले सकते हैं। जबकि बाकी कोर्सेज में ऐसा नहीं होता है।
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बैचलर ऑफ साइंस (बीएस) की पढ़ाई से भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स और एम्बेडेड मैनुफैक्चरिंग सेक्टर में कुशल स्नातकों की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद होगी।
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आईआईटी मद्रास ने कहा, इस कार्यक्रम में कई विशेषताएं होंगी, कोर्स के लिए कई विकल्प होंगे जैसे सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री भी मिल सकेगी।
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डेटा साइंस और एप्लिकेशन में बीएस डिग्री के बाद आईआईटी मद्रास का यह दूसरा ऑनलाइन बीएस प्रोग्राम है, जिसमें मौजूदा समय में 17,000 से अधिक छात्र अध्ययन कर रहे हैं।
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पाठ्यक्रम की फीस सस्ती रखी गई है। यहां तक कि एससी, एसटी और पीडब्ल्यूडी वर्ग के उन उम्मीदवारों को छात्रवृत्ति देने की भी सुविधा है, जिनकी पारिवारिक आय सालाना 5 लाख से कम है।
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IIT मद्रास ने कहा कि इस कार्यक्रम से स्नातक करने वाले छात्र ऑटोमोटिव, सेमीकंडक्टर, डिफेंस जैसी सेक्टर में नौकरी की तलाश कर सकेंगे।
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इन कोर्स के बाद इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइनर, एंबेडेड सिस्टम डेवलपर, इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर विशेषज्ञ, सिस्टम टेस्टिंग इंजीनियर और इलेक्ट्रॉनिक्स रिसर्च इंजीनियर जैसे पदों पर नौकरी का मौका पा सकते हैं।
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