Nov 29, 2023
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डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने बताया कि उनका सरनेम उनकी पसंद से नहीं रखा गया है।
दरअसल, उनका परिवार आर्य समाज को मानता है। आर्य समाज की विशेषता है कि वह जाति व्यवस्था को नहीं मानता।
ऐसे में उनका परिवार भी जाति व्यवस्था में विश्वास नहीं रखता है
उनके घर यह भी नहीं बताया जाता कि जाति क्या है और वह किस जाति से हैं?
विकास सर ने बताया कि उनके पिताजी के जनरेशन में कई लोग साहित्यकार थे।
ऐसे में इन साहित्यकार परिवारों ने तय किया कि बच्चों के नामों में कास्ट की जगह कोई साहित्यिक नाम लगाया जाएगा।
इसी तरह विकास सर के दोनों भाई का सरनेम मधुवर्षी और प्रियदर्शी रखा गया है।
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