Sep 1, 2024
Credit: Canva
पुस्तकें वह माध्यम हैं, जिनके जरिये विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण किया जा सकता है।
ज्ञान और विज्ञान के आधार पर ही आनंदमय जीवन संभव है।
जीवन को एक बुराई के रूप में देखना और दुनिया को भ्रम के रूप में देखना सरासर कृतघ्नता है।
जब हम ये सोचने लगते हैं कि हम सब कुछ जानते हैं, तब हमारा सीखना बंद हो जाता है।
शिक्षा का परिणाम एक मुक्त रचनात्मक व्यक्ति होना चाहिए, जो कठिन परिस्थितियों के विरुद्ध लड़ सके।
केवल निर्मल मन वाला व्यक्ति ही जीवन के आध्यात्मिक अर्थ को समझ सकता है। स्वयं के साथ ईमानदारी आध्यात्मिक अखंडता की अनिवार्यता है।
शिक्षा के द्वारा ही मानव मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है, इसलिए विश्व को एक ही इकाई मानकर शिक्षा का प्रबंधन करना चाहिए।
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