Jul 10, 2023
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करीब 10 से 11 हजार लोगों की आबादी वाले इस गांव में 90 फीसदी से ज्यादा लोग साक्षर हैं।
साल 2002 में धोर्रा माफी गांव का नाम 'लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' में शामिल किया गया था।
धोर्रा माफी गांव की साक्षरता दर 75 फीसदी से ज्यादा रिकॉर्ड की गई थी।
इस गांव को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए होने वाले सर्वे के लिए भी चुना गया था।
धोर्रा माफी में 24 घंटे बिजली-पानी के अलावा पक्के मकान और कई इंग्लिश मीडियम स्कूल व कॉलेज हैं।
खास बात यह है कि धोर्रा माफी गांव के लोग खेती के बजाय नौकरी पर निर्भर हैं।
इस गांव के करीब 80 फीसदी लोग देशभर में कई बड़े पदों पर तैनात हैं।
गांव के कई लोग डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, प्रोफेसर और आईएएस अफसर बन चुके हैं।
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