Apr 29, 2023
ये फूल मुझे कोई विरासत में मिले हैं, तुमने मेरा कांटो भरा बिस्तर नहीं देखा..बसीर बद्र साहब की ये लाइन मनोज कुमार शर्मा पर सटीक बैठती है।
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मनोज कुमार शर्मा एक ऐसा नाम है जो ज्यादा पॉपुलर तो नहीं है, लेकिन किसी चर्चा के विषय से कम नहीं है।
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मनोज के सफलता की कहानी आए दिन सोशल मीडिया पर चर्चा में रहती है। वह लाखों करोड़ो युवाओं के प्रेरणा के हैं।
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मनोज शर्मा साल 2005 महाराष्ट्र कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। मनोज के सफलता की कहानी आज भी लाखों युवाओं के प्रेरणा का स्रोत है।
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आईपीएस के पद पर पहुंचना मनोज के लिए किसी कांटे भरे सफर से कम नहीं था। लेकिन अपनी गर्लफ्रैंड से किए वादे पर जिंदगी का एक ऐसा यूटर्न ले बैठे, जिसने उन्हें आज इस मुकाम पर पहुंचा दिया।
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मनोज मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से ताल्लुक रखते हैं। यहां पास होने के लिए छात्रों को पढ़ने नहीं बल्कि जुगाड़ की जरूरत होती थी।
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यही कारण था कि, वह 10वीं में नकल के दम पर थर्ड डिवीजन पास हुए, लेकिन 12वीं में नकल ना हो पाने के कारण हिंदी के अलावा सभी विषयों में फेल हो गए।
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लेकिन मनोज ने हार नहीं मानी और गर्लफ्रैंड से एक वादे के बाद मन बना लिया कि, अब उन्हें एक आईपीएस अधिकारी बनना है।
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एक इंटरव्यू के दौरान मनोज ने बताया था कि, संघर्ष के दौरान उन्हें कभी कभी भिखारियों के साथ फुटपाथ पर भी सोना पड़ जाता था।
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