वाराणसी की इस जगह पर खाएं देशी अंदाज में बाटी चोखा, शहर में मिलेगा गांव वाला फील

Pooja Kumari

Nov 5, 2023

​महादेव की नगरी काशी​

महादेव की नगरी काशी यूं तो बहुत सी चीजों के लिए फेमस है, इन्हीं में से एक फेमस चीज यहां का खान-पान भी है। दूर-दूर से आने वाले लोग भी यहां के खानपान के दीवाने बन जाते हैं।

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​फेमस बाटी चोखा​

आज हम आपको वाराणसी की ऐसी ही एक जगह के बारे में बताएंगे जो अपने खाने के लिए बहुत फेमस है, इस जगह पर बाटी चोखा देशी अंदाज में परोसा जाता है। यहां पर आपकों शहर के बीच में गांव के खुशनुमा माहौल की फील मिलेगी।

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​बाटी चोखा रेस्टोरेंट​

वाराणसी के तेलियाबाग में स्थित बाटी चोखा रेस्टोरेंट में मिलने वाला बाटी चोखा कुछ अलग तरह से बनाया जाता है। यहां पर पैकेट में बंद मसालों का इस्तेमाल नहीं होता है, बल्कि मसालों से लेकर अनाज तक सब कुछ यहीं पर पीसा जाता है।

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​गांव का परिवेश​

इस रेस्टोरेंट की खास बात ये भी है कि ये रेस्टोरेंट गांव के थीम पर बना है। यहां हर तरफ मिट्टी की दीवारें और लालटेन को रोशनी देखने को मिलेगी। गांव के परिवेश में यहां लोग बाटी चोखा का आनंद उठाते हैं।

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​पत्तलों का इस्तेमाल​

रेस्टोरेंट में बाटी चोखा परोसने के लिए स्टील या कांच के बरतनों का इस्तेमाल नहीं होता है, बल्कि पत्तल, कुल्हड़ और कसोरे में बाटी चोखा दिया जाता है।

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​चटाई पर भोजन​

डायनिंग के लिए यहां पर कुर्सी मेज भी नहीं है, बल्कि गांव के माहौल की तरह यहां पर चटाइयों पर बैठा कर भोजन खिलाया जाता है।

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​स्वाद-सेहत दोनों का ख्याल​

यहां मिलने वाला बाटी-चोखा सिर्फ स्वाद में ही बेहतर नहीं है बल्कि ये स्वास्थ्य के लिए भी काफी अच्छा है क्योंकि यहां का खाना कम मसालों और घी-तेल के उपयोग से बनाया जाता है। जिससे स्वाद और सेहत दोनों बनी रहती है।

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​रेस्टोरेंट की थाली​

रेस्टोरेंट की एक थाली में देसी घी से बना बाटी-चोखा, दाल-चावल, मट्ठा, फारा, पनीर पापड़, खीर और पानी की बोतल दी जाती है। इस थाली की कीमत 325 रुपये है।

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​जोमैटो पर रेटिंग​

जोमैटो ऐप पर बाटी चोखा रेस्टोरेंट की रेटिंग 4.4 स्टार है। यह रेस्टोरेंट सुबह साढ़े दस बजे से रात के साढ़े दस बजे तक खुला रहता है। वीकेंड में यहां पर लोगों की काफी भीड़ देखने को मिलती है।

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