Aug 11, 2023
मुंबई जो एक समय टापू था आज वहां रहने के लिए जमीन खरीदना भी बहुत मुश्किल होता है।
Credit: iStock
आज से ठीक 350 साल पहले मुंबई को 35 करोड़ रुपये में लोन में दे दिया गया था। नोट- 50 हजार पौंड की रकम को आज की महंगाई से लिंक किया जाय तो उस वक्त 35 करोड़ रुपये होती।
Credit: iStock
मुंबई को पुर्तगाली शासकों ने ब्रिटिश शासक चार्ल्स द्वितीय को पुर्तगाल की कैथरीन डी ब्रिगांजा से हुई शादी के दौरान दहेज में दे दिया था।
Credit: iStock
दहेज के रूप में मिली मुंबई को चार्ल्स द्वितीय ने ईस्ट इंडिया कंपनी को सौंप दिया और इसके बदले में कंपनी ने उन्हें 50 हजार पौंड की राशि को 6 प्रतिशत की ब्याज दर पर लोन के रूप में दे दिया।
Credit: iStock
27 मार्च 1668 को चार्ल्स ने मुंबई का सारा स्वामित्व ईस्ट इंडिया कंपनी को सौंप दिया, जिसके किराए के रूप में हर साल ईस्ट इंडिया कंपनी के सामने 10 पौंड की राशि को जमा करने की शर्त रखी गई।
Credit: iStock
इतिहासकारों के मुताबिक चार्ल्स के निर्णय के इस दिन को भारत के शहरीकरण के युग की पहली शुरुआत के रूप में जाना जाता है।
Credit: iStock
इतिहासकारों के मुताबिक ब्रिगांजा और चार्ल्स की शादी 31 मई 1662 को हुई थी लेकिन उन्हें दहेज के रूप में मिले मुंबई पर अपना दावा मजबूत करने में करीब 6 साल का वक्त लग गया।
Credit: iStock
विवाद की वजह पुर्तगाली शासकों और ब्रिटिश लोगों के बीच का वह मतभेद था जिसमें यह तय नहीं हो पा रहा था कि मुंबई के जिस क्षेत्र को दहेज के रूप में दिया गया है, उसका असली स्वरूप क्या है?
Credit: iStock
Thanks For Reading!
Find out More