Nov 20, 2023

भाई नहीं देता 5000 तो कभी न मिलता 'उजाला' देश के घर-घर में इसके फैन

Ashish Kushwaha

​अपने भाई से 5 हजार रुपये उधार लिए​

हम एक ऐसे शख्स के बारे में बता रहे हैं जिसने कभी बिजनेस शुरू करने के लिए अपने भाई से 5 हजार रुपये उधार लिए थे।

Credit: jyothy-laboratories

​एम.पी.रामचंद्रन​

उनका नाम एम.पी.रामचंद्रन है जिन्होंने इन उधारी के पैसे जो कंपनी शुरू की थी वह आज 16.42 हजार करोड़ रुपये की कंपनी बन गई है।

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ऐसे सस्ता मिलेगा पेट्रोल

​ज्योति लैब्स लिमिटेड के फाउंडर​

इस कंपनी का नाम ज्योति लैब्स लिमिटेड है वह इसके फाउंडर हैं। ज्योति लैब्स को उजाला लिक्विड क्लॉथ व्हाइटनर और मैक्सो मॉस्किटो रिपेलेंट्स के निर्माता के रूप में जाना जाता है।

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​ज्योति लेबोरेटरीज ​

ज्योति लेबोरेटरीज के दो अहम प्रोडक्ट उजाला लिक्विड क्लॉथ व्हाइटनर और मैक्सो मॉस्किटो रिपेलेंट्स देश में काफी फेमस हुए हैं।

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खुद का व्हाइटनर बनाने का सोचा​

वह हमेशा लीक से हटकर सोचते थे जिसके चलते उन्होंने खुद का व्हाइटनर बनाने का सोचा।

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​केमिकल इंडस्ट्री की मैग्जीन से आया आइडिया​

एक दिन उनकी नजर केमिकल इंडस्ट्री की मैग्जीन पर पड़ी जिसमें कहा गया था कि बैंगनी रंग के रंगों का उपयोग कपड़ा निर्माताओं को सफेद, चमकीले रंग बनाने में मदद करने के लिए किया जा सकता है।

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​ बैंगनी रंगों के साथ प्रयोग करते रहे​

इसके बाद रामचन्द्रन एक वर्ष तक बैंगनी रंगों के साथ यह प्रयोग करते रहे। रामचंद्रन ने 1983 में केरल के त्रिशूर में पारिवारिक जमीन के एक छोटे-से भाग पर उन्होंने पर एक अस्थायी कारखाना लगाया

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​ एम.पी.रामचंद्रन की बेटी ज्योति​

अपनी बेटी ज्योति के नाम पर उन्होंने कंपनी का नाम ज्योति लेबोरेटरीज रखा। चमकीले और सफेद कपड़ों की उपभोक्ता मांग के जवाब में लैब ने उजाला सुप्रीम लिक्विड फैब्रिक व्हाइटनर बनाया।

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