Jun 21, 2024
बिहार के नवादा जिले के अकबरपुर प्रखंड के एक गांव में देसी नस्ल की गायों को जरिये 40 साल के रौशन कुमार आज एक डेयरी फार्म के मालिक हो गए।
Credit: Canva
आज रौशन कुमार गौशाला से 350 लीटर से अधिक दूध की बिक्री हो रही है। लोगों के बीच जबरदस्त डिमांड है।
Credit: Canva
रौशन डेयरी फार्म में दूध के अलावा दही, मिल्क शेक, पनीर जैसे प्रोडक्ट बन रहे हैं। देसी गाय की होने की वजह से लोग इसके दीवान हो गए हैं।
Credit: Canva
आईएएनएस के मुताबिक रौशन कुमार करीब 14 साल पहले स्थानीय स्तर पर काम नहीं मिलने के कारण अन्य राज्यों में कमाने जाने की सोच रहे थे। मां को कैंसर हो गया और वह बाहर नहीं जा सका।
Credit: Canva
मां की बीमारी की वजह से जमीन भी गिरवी रखनी पड़ी, फिर लोगों की आर्थिक मदद से देसी नस्ल की एक गाय खरीदी और दूध का कारोबार शुरू किया। धीरे-धीरे कारोबार चल पड़ा।
Credit: Canva
आज रौशन के पास 44 देसी नस्ल की गायें हैं। हर रोज 350 लीटर से अधिक दूध की बिक्री होती है।
Credit: Canva
रौशन कुमार अब एक आधुनिक सुविधा वाले डेयरी फार्म के मालिक हैं और करीब 10 लोगों को सालों भर रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं।
Credit: Canva
रौशन कुमार बताते हैं कि आज वे आधुनिक तरीके से गांव में खेती भी कर रहे हैं। आसपास के पशुपालक भी इनसे सलाह लेने आते रहते हैं। आज उनका परिवार भी इस व्यवसाय में उनकी मदद कर रहा है।
Credit: Canva
Thanks For Reading!
Find out More