Dec 14, 2023
साल 2010 के बंत तक ज्यादातर कारों में ड्राइवर साइड ही ओआरवीएम होता था, आज ये सामान्य रूप से दोनों साइड मिलता है।
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पुरानी कारों में दो एयरगैब्स जबरदस्ता सेफ्टी माने जाते थे। अब कारों में एयरबैग्स मिलना अनिवार्य कर दिया गया है।
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मल्टी फंक्शन स्टीयरिंग व्हील कारों में पहले लग्जरी मानी जाती थी। अब तो सारे फंक्शन ड्राइवर की उंगलियों पर होते हैं।
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पुरानी कारों में ऑडियो सिस्टम होना कार को लग्जरी बनाता था, समय के साथ ये सुविधा सभी सेगमेंट की कारों में दी जाने लगी।
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यह सुविधा पहले सिर्फ प्रीमियम कारों के टॉप-एंड मॉडल होती थी, अब यह फंशन छोटी इकोनॉमी कारों में भी मिलने लगी है।
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आज कल सभी कारें रिवर्स कैमरा होता है, पुरानी कारों में डिजिटल स्क्रीन होना आम नहीं था जो सिर्फ लग्जरी कारों में होता था।
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कारों के ओल्ड मॉडल में ऑटोमेटिक डोर लॉक नहीं होते थे, अब तो लगभग सभी कारें इस फंशन से लैस होती हैं।
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ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल तो दूर की बात, पहले कारों AC भी बड़ी बात थी। यह सुविधा अब सभी कारों में मिलने लगी है।
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पुरानी कारों में रिवर्स पार्किंग सेंसर जैसा फंक्शन होता ही नहीं था, अब तो सभी 4 पहिया वाहनों में यह कोई बड़ी बात नहीं।
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रियर विडों डिफॉगर पहले कारों में होना लग्जरी था, आजकल सभी कारों में यह सुविधा आसानी से देखने को मिल जाती है।
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