नई दिल्ली/बीजिंग : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने सोमवार को चंद्रयान-2 को सफलतापूर्वक पृथ्वी की कक्षा में स्थापित कर दिया, जिसके बाद उसे दुनियाभर से बधाइयां मिल रही हैं। चंद्रयान-2 23 दिनों तक पृथ्वी की कक्षा में रहेगा, जिसके बाद यह चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगा। भारत की इस उपलब्धि पर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के साथ-साथ चीन ने भी बधाई दी है। साथ ही अंतरिक्ष अन्वेषण की दिशा में भारत के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने इस बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में पर संवाददाताओं से कहा, 'इसकी बधाई। हमने संबंधित खबरें देखी हैं और हम भारत के इस कामयाब प्रक्षेपण का स्वागत करते हैं।' उन्होंने यह भी कहा, चीन बाह्य अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण इस्तेमाल को लेकर प्रतिबद्ध है और हम इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय संचार और सहयोग में सक्रियता से जुड़े हैं। मानवता को और फायदा प्रदान करने के लिए हम भारत के साथ अंतरिक्ष के लिए काम करना चाहेंगे।'
इससे पहले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भी इसरो को बधाई देते हुए कहा था, 'चंद्रयान-2 की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के लिए इसरो को बधाई। आपके इस मिशन में हम अपने डीप स्पेस नेटवर्क से सहयोग कर गर्व का अनुभव कर रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के बारे में जो आपको नई जानकारी प्राप्त होगी, उस जगह पर अगले कुछ वर्षों में हम अपने अर्टेमिस मिशन में अंतरिक्षयात्रियों को भेजेंगे।'
'चंद्रयान-2 की विदेशी मीडिया की भी सुर्खियों में रही। 'वाशिंगटन पोस्ट' ने इसे भारत के सम्मान को बढ़ाने वाला करार दिया तो 'न्यूयॉर्क टाइम्स' ने लिखा कि यदि सबकुछ व्यस्थित तरीके से आगे बढ़ता रहा तो अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत इस दिशा में कामयाबी हासिल करने वाला चौथा देश बन जाएगा। 'सीएनएन' ने अपनी रिपोर्ट में चंद्रयान-2 को भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण करार देते हुए कहा कि भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक बड़ी ताकत के रूप में उभर सकता है।
चंद्रयान-2 को भारत ने सोमवार को श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया। इसे शक्तिशाली रॉकेट जीएसएलवी-एमकेIII-एम1 के जरिये लॉन्च किया गया। चंद्रयान-2 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव में एक रोवर को लैंड करेगा, जो अब तक अनछुआ रहा है। इससे चंद्रमा के इस क्षेत्र की पड़ताल और इसके बारे में नई जानकारियां जुटाने में काफी अहम माना जा रहा है।