अफ्रीका में बसने वाली अनेकों जनजातियां कई हजार साल पुराने रीति-रिवाजों का पालन करने के लिए जानी जाती हैं। अफ्रीका के उत्तर-पूर्व में स्थित देश नामीबिया के कुनैन प्रांत में ऐसी ही एक जनजाति निवास करती है।
करीब 20-50 हजार की आबादी वाली हिंबा जनजाति के लोग आज भी अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं। इस जनजाति की महिलाओं को अफ्रीका में सबसे खूबसूरत माना जाता है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस जनजाति की महिलाएं अपनी पूरी जिंदगी में सिर्फ एक बार ही नहाती हैं।
इस जनजाति की महिलाएं तब नहाती हैं, जब उनकी शादी होती है। दरअसल, वे नहाने की जगह खास जड़ी-बूटियों को पानी में उबालती हैं और उसके धुंए से अपनी शरीर को ताजा बनाकर रखती हैं। इससे उनके शरीर से गंध नहीं आती।
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि महिलाएं अपना हाथ धोने के लिए भी पानी का इस्तेमाल नहीं करतीं। अपनी त्वचा को साफ करने के लिए वह खास तरह के लोशन का इस्तेमाल करती हैं। यह लोशन जानवर की चर्बी और लोहे की तरह एक खनिज तत्व हेमाटाइट की धूल से बनाया जाता है।
हिंबा जनजाति की महिलाओं की त्वचा का रंग लाल होता है। दरअसल, महिलाएं हेमाटाइट की धूल का इतना इस्तेमाल करती हैं कि उनकी त्वचा का रंग लाल हो जाता है। हेमाटाइट से बना जो लोशन महिलाएं अपनी त्वचा में इस्तेमाल करती हैं, वह उन्हें कीड़ों के काटने से भी बचाता है। महिलाओं को 'रेड मैन' के नाम से जाना जाता है।
हिंबा जनजाति की महिलाओं के शरीर का ऊपरी भाग खुला रहता है। वहीं, ये महिलाएं लुंगी पहनकर अपने नीचे के शरीर को गहरे गेरुए रंग से ढंकती हैं।
शादी के बाद इस जनजाति की महिलाएं एक से ज्यादा पुरुषों के साथ संबंध बना सकती हैं। वहीं, आर्थिक निर्णय का अधिकार भी सिर्फ महिलाओं के ही पास होता है।
इस जनजाति के लोगों का हेयरस्टाइल अजीबोगरीब होता है। पुरूष सिर पर एक चोटी बनाते हैं, वो भी सींगनुमा होती है। शादीशुदा पुरूष अपने सिर पर एक पगड़ी पहनते हैं। हैरान की बात यह है कि शादी के बाद पुरुष अपने सिर से कभी भी पगड़ी नही उतार सकते हैं।
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