सौरव गांगुली अब बीसीसीआई अध्यक्ष हैं। उन्होंने 11 जनवरी 1992 को ब्रिस्बेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे डेब्यू किया। गांगुली ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर में खेला। गांगुली ने 311 वनडे में 11363 रन और 113 टेस्ट में 7212 रन बनाए।
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर 200 टेस्ट खेलने और 100 अंतरराष्ट्रीय शतक जमाने वाले दुनिया के एकमात्र क्रिकेटर हैं। तेंदुलकर पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। उन्हें 'क्रिकेट का भगवान' भी कहा जाता है। तेंदुलकर ने 15 नवंबर 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया और 16 नवंबर 2013 को वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला, जो टेस्ट था। महान बल्लेबाज ने 463 वनडे में 18426 रन और 200 टेस्ट में 15921 रन बनाए हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू अब राजनेता हैं। क्रिकेट के समय बड़े-बड़े शॉट लगाने के लिए जाने जाते थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ 12 नवंबर 1983 को अहमदाबाद में पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। न्यूजीलैंड के खिलाफ हैमिल्टन में 6 जनवरी 1999 को आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला। सिद्धू ने 136 वनडे में 4413 रन और 51 टेस्ट में 3202 रन बनाए।
राहुल ने 1996 को श्रीलंका के खिलाफ वनडे डेब्यू किया। आखिरी मैच 2012 में खेला। टीम की 'दीवार' ने वनडे में 10889 और टेस्ट में 13288 रन बनाए।
अभी हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। मोहम्मद अजहरुद्दीन अपनी कलात्मक बल्लेबाजी के कारण युवाओं के आदर्श थे। मैच फिक्सिंग में फंसकर करियर बर्बाद हुआ। बाद में आरोप से बरी हुए। पहले तीन मैचों में लगातार तीन शतक जमाए। इंग्लैंड के खिलाफ कोलताता में 31 दिसंबर 1984 को टेस्ट डेब्यू। पाकिस्तान के खिलाफ ढाका में 3 जून 2000 को आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच। यह वनडे था। अजहर ने 334 वनडे में 9378 रन और 99 टेस्ट में 6215 रन बनाए।
अपने लुक्स और चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट के कारण फैंस के चहेते बने। मैच फिक्सिंग में करियर बर्बाद हुआ। अब कमेंट्री कर रहे हैं। श्रीलंका के खिलाफ मैके में 28 फरवरी 1992 को पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। पाकिस्तान के खिलाफ 3 जून 2000 को आखिरी मैच खेला। अजय जडेजा ने 196 वनडे में 5359 रन और 20 विकेट और 15 टेस्ट में 576 रन बनाए।
भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में से एक। 33 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू किया। बेहतरीन फील्डिंग के कारण पहचान बनाई। जिंबाब्वे के खिलाफ 7 अक्टूबर 1998 को हरारे में इंटरनेशनल डेब्यू किया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 अप्रैल 2001 को विशाखापत्तनम में अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला। रॉबिन सिंह ने 136 वनडे में 2336 रन और 69 विकेट लिए। 1 टेस्ट में 27 रन बनाए।
भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर्स में से एक। टेस्ट क्रिकेट में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लिए। कुंबले ने श्रीलंका के खिलाफ शारजाह में 25 अप्रैल 1990 को पहला इंटरनेशनल मैच खेला। 2 नवंबर 2008 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली में आखिरी टेस्ट खेला। अनिल कुंबले ने 271 वनडे में 337 विकेट और 132 टेस्ट में 619 विकेट चटकाए।
भारत के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक। मैसूर एक्सप्रेस के नाम से मशहूर। अब मैच रेफरी हैं। 18 अक्टूबर 1991 को पाकिस्तान के खिलाफ शारजाह में इंटरनेशनल डेब्यू किया। 23 मार्च 2003 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जोहानसबर्ग में आखिरी मैच खेला। जवागल श्रीनाथ ने 229 वनडे में 315 विकेट और 67 टेस्ट में 236 विकेट चटकाए।
जवागल श्रीनाथ के जोड़ीदार थे। वेंकटेश प्रसाद ने 2 अप्रैल 1994 को क्राइस्टचर्च में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहला इंटरनेशनल मैच खेला। 17 अक्टूबर 2001 को पोर्ट एलिजाबेथ में केन्या के खिलाफ आखिरी मैच खेला। वेंकटेश प्रसाद ने 161 वनडे में 196 विकेट और 33 टेस्ट में 96 विकेट झटके।
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