भारतीय क्रिकेट टीम के इतिहास में सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे सौरव गांगुली की शानदार बल्लेबाजी के क्या कहने! दादा के नाम से मशहूर गांगुली वर्तमान में बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं।
Credit: Twitter
गांगुली को प्यार से दादा कहकर बुलाया जाता है जिसका बंगाली में मतलब बड़ा भाई होता है। गांगुली को प्रिंस ऑफ कोलकाता, द महाराजा, द गॉड ऑफ द ऑफ साइड, दादा, द वारियर प्रिंस के नाम से भी पुकारा जाता है।
Credit: Instagram
गांगुली ने करियर की शुरूआत स्टेट और स्कूल टीम में खेलने के साथ की। उनके नाम एक दिवसीय मैचों में आठवें नंबर सबसे अधिक रन बनाने का रिकार्ड है।
Credit: Instagram
क्रिकेट का चस्का सौरव गांगुली को लगाने वाले उनके बड़े भाई स्नेहाशीष थे। भाई ने ही उन्हें क्रिकेट की राह दिखाई।
Credit: Twitter
क्रिकेट का चस्का सौरव गांगुली को लगाने वाले उनके बड़े भाई स्नेहाशीष थे। भाई ने ही उन्हें क्रिकेट की राह दिखाई।
Credit: Twitter
बाएं हाथ के बल्लेबाज सौरव गांगुली के नाम 11,000 से भी अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है। गांगुली बांए हाथ के बल्लेबाज हैं जिनके रन अधिकतर ऑफ साइड से बनते हैं।
Credit: Twitter
गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया ने 49 में से 21 मैच जीते हैं। गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम आठवें नंबर से दूसरे नंबर पर पहुंची।
Credit: Twitter
1999 क्रिकेट वर्ल्ड कप में राहुल द्रविड के साथ मिलकर गांगुली ने 318 रन की पार्टनरशिप की जो वर्ल्डकप के इतिहास का सबसे अधिक स्कोर है।
Credit: Instagram
2000 में टीम के कुछ खिलाड़ी मैच फिक्सिंग में फंसे और उस समय के कप्तान सचिन तेंदुलकर ने कप्तानी छोड़ दी जिसके बाद गांगुली को कप्तान नियुक्त किया गया।
Credit: Twitter
2004 में गांगुली को पद्मश्री (भारत का सबसे उच्च सिविलियन अवार्ड) दिया गया। पश्चिम बंगाल की सरकार ने उन्हें बंगा बिभुषन अवार्ड से नवाजा।
Credit: Instagram
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स