Jul 24, 2022
By: Abhishek Guptaभारत समेत 70 से अधिक मुल्कों में फैल चुका मंकीपॉक्स एक किस्म का वायरल संक्रमण है। यह मुख्य रूप से जानवरों से इंसानों में फैलता है, पर मनुष्यों में भी फैल सकता है।
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वायरस किसी ऐसे शख्स के नजदीकी संपर्क से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, जिसे मंकीपॉक्स के दाने हों। वैसे, मर्दों (MSM) के साथ शारीरिक रिश्ते रखने वाले पुरुषों में इसके केस आने के साथ वैज्ञानिक यह देख रहे हैं कि यह रोग यौन संचारित है या नहीं।
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यौन संचरण की आशंका के अलावा ह्यूमन टू ह्यूमन (इंसान-से-इंसान) ट्रांसमिशन मुख्यतः बड़ी श्वसन बूंदों के माध्यम से होने के लिए जाना जाता है।
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स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि मंकीपॉक्स शरीर के तरल पदार्थ या घाव के सीधे संपर्क के जरिए और घाव के साथ अप्रत्यक्ष संपर्क (जैसे दूषित कपड़ों या लिनन के माध्यम से) ट्रांसमिट हो सकता है।
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मंकीपॉक्स के आम लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, कम एनर्जी और सूजी हुई लिम्फ नोड्स के साथ चेचक के चकत्ते शामिल हैं, जो दो से तीन सप्ताह तक रहते हैं।
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संक्रमण की जटिलताओं में निमोनिया, माध्यमिक त्वचा संक्रमण, भ्रम और आंखों की समस्याएं भी हैं।
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वैसे यह एक बड़े पैमाने पर आत्म-सीमित बीमारी है - मतलब यह अपने आप ही हल हो जाएगी और रोगी के स्वास्थ्य पर कोई दीर्घकालिक हानिकारक प्रभाव नहीं छोड़ेगी।
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स्वस्थ इम्यूनिटी वाले अधिकांश बच्चे और वयस्क, भले ही वे संक्रमित हों, गंभीर बीमारी से पीड़ित नहीं होंगे।
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हालांकि, यह विशेष रूप से बच्चों और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों में मृत्यु का कारण बन सकता है। केरल (तीन) और दिल्ली (एक) में कुल चार मामलों में सभी को अस्पताल में फिलहाल स्थिर बताया गया।
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