सबसे पहले किसने कहा था कि धरती गोल है, मानने को तैयार नहीं थे लोग
Amit Mandal
पृथ्वी गोल है...
हम सभी जानते हैं कि पृथ्वी गोल है लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि सबसे पहले किसने पता लगाया था कि धरती गोल है।
Credit: Freepik
किसने सबसे पहले कहा पृथ्वी गोल है?
कहते हैं कि 500 ईस्वी पूर्व में पाइथेगोरस ने कहा था कि धरती गोल है, लेकिन उनके पास इसे लेकर कोई तर्क नहीं था।
Credit: Wikimedia
अरस्तू ने दिए तर्क
फिर 350 ईस्वी पूर्व में अरस्तू ने पृथ्वी के गोल होने के बारे में तर्क दिए। उन्होंने कहा कि समुद्र में दूर जाने वाले जहाज का नीचे का हिस्सा पहले गायब होता है और आखिर में सबसे ऊंचा हिस्सा।
Credit: Wikimedia
ध्रुव तारा दक्षिणी गोलार्ध ने नहीं दिखता
उन्होंने तर्क दिया कि उत्तर में मौजूद ध्रुव तारा दक्षिणी गोलार्ध ने नहीं दिखता, ऐसा सिर्फ गोलाकार स्फियर में ही मौजूद है।
Credit: Wikimedia
एरोटस्थेनीज ने पृथ्वी की परिधि निकाली
250 ईस्वी पूर्व के आसपास एरोटसथेनीज ने इसे और भी स्पष्ट किया। उन्होंने गणितीय गणना के मुताबिक पृथ्वी की परिधि ही निकाल ली और बताया कि ये 40 हज़ार किलोमीटर है। वर्तमान में भी इसे 40,075 किलोमीटर माना जाता है।
Credit: Wikimedia
अरस्तू-एरोटस्थेनीज के तर्क
इस तरह से धरती के गोल होने प्रमाण अरस्तू ने दिया और इसे गणितीय तौर पर सिद्ध करने का काम एरोटसथेनीज ने किया।
Credit: Wikimedia
गणितज्ञ आर्यभट्ट ने किया था जिक्र
भारत की बात करें तो माना जाता है कि गणितज्ञ आर्यभट्ट ने सबसे पहले अपनी किताब में वर्णन किया था कि पृथ्वी गोल है।
Credit: Wikimedia
बेकसूर गैलीलियो को मिली थी सजा
उन्होंने ये भी बताया था कि यह सूर्य के इर्द-गिर्द चक्कर लगाती है। महान वैज्ञानिक गैलीलियो को यही तथ्य बताने के बाद अपना पूरा जीवन नजरबंदी में काटना पड़ा था।
Credit: Wikimedia
इस स्टोरी को देखने के लिए थॅंक्स
Next: अंतरिक्ष का पसीना भी आपके पसीने ला सकता है, वजह कर देगी हैरान